भोपाल। मध्य प्रदेश में अब तक सरकारी भर्तियों की परीक्षा व्यापमं द्वारा की जाती थी। लेकिन व्यापमं में हुए घोटालों के कारण नई सरकार ने इसे बंद करने की बात कही थी। जिसे अब सरकार बंद करने जा रही है| जिसके चलते पहले से स्वीकृत आरक्षकों और उपनिरीक्षकों की भर्ती अटकी हुई। सवाल उठ रहे है कि अगर व्यापमं बंद हुआ तो फिर पुलिस भर्ती के लिए सरकार क्या कदम उठाएगी। अब पुलिस विभाग खुद इस मामले को सुलझाने के लिए आगे आया है। पुलिस विभाग आरक्षकों और उप निरीक्षकों की भर्ती के लिए अलग से बोर्ड बनाने की तैयारी कर रहा है|
बताया जा रहा है कि आरक्षकों की भर्ती पहले भी पुलिस मुख्यालय से करवाई जाती रही है। ऐसे में अगर व्यापमं बंद किया जाता है तो राज्य शासन पुलिस बोर्ड को मंज़ूरी दे सकता है। यह बोर्ड पहले भी अस्तित्व में था, लेकिन व्यामपं के होने की वजह से भर्ती यहां से नहीं की जाती थी। पिछले साल आरक्षकों की निकली भर्ती के लिए इस वर्ष परीक्षा होना थी, लेकिन व्यापमं बंद करने की खबरों के चलते आरक्षकों की भर्ती परीक्षा को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका ।
विधानसभा चुनाव और बाद में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से सिपाही के 5750 और सब इंस्पेक्टर के करीब 160 पदों की प्रक्रिया अटक गई थी। इस साल के पदों की स्वीकृति के लिए पुलिस मुख्यालय ने अब भर्ती बोर्ड का प्रस्ताव तैयार किया है। पीएचक्यू सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार ने व्यापमं को बंद करने का विचार बनाया है। ऐसे में सिपाही और सब इंस्पेक्टर के पदों की जो भर्ती होनी है उस पर असर पड़ेगा। वहीं, पुलिस मुख्यालय के अफसरों का भी यही मानना है कि पुलिस की भर्ती दोबारा पुलिस मुख्यालय को ही करने का अधिकार देना चाहिए। इससे समय सीमा में भर्ती प्रक���रिया पूरी हो सकेगी। क्योंकि व्यापमं द्वारा केवल लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है। बाकी की प्रक्रिया पुलिस द्वारा ही की जाती है।