भोपाल। लोकसभा आम चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, र्निविघ्न एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के मकसद से आयोजित हुई पुलिस महानिदेशकों एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक में साझा रणनीति पर गहन विचार मंथन किया गया। अफसरों ने तय किया गया कि बार्डर पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे अवैध शराब, हथियार और गैर वाजिब धनराशि की आवाजाही को सख्ती से रोका जाएगा।
सीमावर्ती राज्यों की पुलिस आपसी समन्व्यय बनाकर लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराए। उन्होनें कहा खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान जरूर करें, जिससे तत्परता से और प्रभावी कार्रवाई की जा सके। मप्र के डीजीपी विजय कुमार सिंह ने कहा बॉर्डर पर संबंधित राज्यों के पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से भ्रमण करें, जिससे साफ संदेश पहुंचे कि चुनाव में बाधा डालने की जुर्रत करने वाले आपराधिक तत्व बचने नहीं पाएंगे। उन्होनें कहा जिलेवार विशेष दल गठित कर वारंटियों की गिरफ्तारी की जाए। इस दिशा में जितनी अच्छी कार्रवाई होगी, उतने अच्छे चुनाव भी होंगे। सिंह ने नक्सलवाद से प्रभावित जिलों में भी साझा रणनीति के तहत चुनाव के दौरान पुलिस कार्रवाई करने पर भी विशेष जोर दिया। साथ ही सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि मप्र पुलिस की और से चुनाव के दौरान पूर्ण सहयोग मिलेगा। उप्र के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि बंदूक की दुकानों पर कारतूसों की आडिट जरूर कराएं, जिससे कारतूसों के दुरूपयोग की संभावना को रोका जा सके। साथ ही बॉर्डर वाले जिलो के आमर््स डीलर व शराब ठेकेदारो के नाम एक-दूसरे राज्य की पुलिस को जरूर दिए जाए, जिससे अनियमितता सामने आने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
गुजरात के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय श्रीवास्?तव ने कहा गुजरात में शराब बंदी कानून लागू है, इसलिए सीमावर्ती राज्य की पुलिस गुजरात से सटे जिलो में शराब परिवहन पर विशेष निगरानी रखें। पुलिस मुख्यालय में राजस्थान के पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित हुई अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक में मप्र के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह, उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था महाराष्ट्र रजनीश सेठ, गुजरात संजय श्रीवास्तव व छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु गुप्ता तथा मध्यप्रदेश सहित इन सभी राज्यों के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।