VIDEO : राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव को साफा पहनाते हुए कार्यकर्ता को आया हार्ट अटैक, मौत

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by-election) की सियासी सरगर्मियों के बीच धार जिले से बड़ी खबर मिल रही है। यहां पूर्व विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव (Former MLA Rajwardhan Singh Dattigaon) को साफा पहनाते हुए एक कार्यकर्ता को हार्ट अटैक आ गया और वही मंच पर उसकी मौत हो गई। ये पूरा घटनाक्रम इतनी तेजी से घटा कि कोई कुछ समझ नही पाया। मंच पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार, घटना बुधवार देर शाम की है। चुनाव आयोग द्वारा उपचुनावों (MP by-election ) की तारीखों के ऐलान के बाद सभी प्रत्याशी सक्रिय हो चले है। सभी ने अपनी अपनी विधानसभा में संपर्क करना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में बुधवार को कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव अपने विधानसभा क्षेत्र बदनावर (Badnawar Assembly Constituency) के दौलतपुरा गांव में प्रचार-प्रसार के लिए पहुंचे थे। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर स्वागत किया, इस दौरान एक बुजुर्ग कार्यकर्ता  चंदन सिंह ने उन्हें राजस्थानी साफा पहचाना चाहा, इस पर दत्तीगांव ने भी हामी भर दी और मंच पर बैठ गए। इस दौरान चंदन सिंह ने साफा पहनाना शुरु किया , वो पूरे सलीके से उनके सिर पर साफा बांध रहे थे, साफा लगभग पूरा बंध चुका था तभी आखिरी लपेट मारकर वो उसे कसने की तैयारी में थे  इसी दौरान कार्यकर्ता को अचानक हार्ट अटैक (Heart Attack) आ गया, मंच पर एकदम से अफरा-तफरी मच गई और आनन-फानन में कार्यकर्ता को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मंच पर यह पूरा घटनाक्रम इतना तेजी से घटा की कोई कुछ समझ नही पाया और जब समझ पाए तब तक कार्यकर्ता की मौत हो चुकी थी और सभी भौंचक्के हो गए। घटना के बाद सभा में शोक की लहर दौड़ गई।वही अस्पताल में दत्ती गांव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहे जिन्होंने मृतक चंदनसिंह दरबार के परिजनों को ढाढस बंधाया , एवं अगले दिन उनकी अंत्येष्टि में गांव में शामिल भी हुए।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)