भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत एक बार फिर दौरे पर आ रहे हैं। उनके आने से पहले चुनाव आयोग में हड़कंप मचा है। राज्य आयोग के अधिकारी तेजी से पेंडिंग पड़े 1,377 मामले निपटाने में लगा है। आयोग को संवेदनशील मामले की शिकायत मिली थी। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक दस हजार शिकायतें मिल चुकी हैं। इनमें आचार संहिता उल्लंघन के मामले भी जुड़े हैं। वहीं, सीहोर और शहडोल के अफसर भी चुनाव आयोग के रडार पर हैं। आयोग इन अफसरों पर सख्त कार्रवाई कर सकता है।
जानकारी के अनुसार मुख्य निर्वाचन आयुक्त सोमवार को राज्य निर्वाचन आयोग में चुनाव संबंधित प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने अपने पिछले दौरे में शिकायतों पर देरी से कार्रवाई करने पर नाराजगी जाहिर की थी। अब तक दस हजार शिकायतें मिल चुकी हैं लेकिन इनमें से 1,377 संवेदनशील मामले हैं। जो बड़े संस्थानों, अफसरों, नेताओं से जुड़े हैं। सूत्रों के मुताबिक रावत ने राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
सीहोर-शहडोल के अफसर पर गिर सकती है गाज
सूत्रों के मुताबकि सीहोर और शहडोल जिले के अफसरों पर चुनाव आयोग सख्त कार्रवाई करने के मूड में नजर आ रहा है। सीहोर कलेक्टर और एसपी के खिलाफ शिकायतों को देखते उन्होंने हटाने की अधिक संभावना है। शहडोल कलेक्टर के खिलाफ भी आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत मिली थी। सीहोर जिले के बड़े अफसरों पर भी गाज गिरना तय है। सीहोर के अधिकारियों के खिलाफ कांग्रेस लीगल सेल के हेड जेपी धनोपिया और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव ने आयोग में शिकायत की थी।