इस पखवाड़े में प्रदेश स्तर से राजस्व अभिलेख में दर्ज त्रुटिपूर्ण प्रविष्टि अभियान के रूप में ठीक की जाएंगी। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए है। 2 अक्टूबर से प्रदेश भर में विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की जा रही हैं। इन विशेष ग्राम सभाओं में की जा रही कार्यशालाओं से इसकी तैयारी भी शुरु हो गई है। ग्राम सभाओं में रिकॉर्ड संबंधी जो त्रुटियां सामने आएंगी, उनका निराकरण इसी पखवाड़े के बीच किया जाएगा। रिकॉर्ड शुद्धिकरण पखवाड़े में कुछ त्रुटियों को राज्य स्तर पर, कुछ को जिला स्तर पर सुधारा जायेगा। इस पखवाड़े में मुख्य रूप से फौती नामांतरण और भूमि स्वामी का नाम आधार कार्ड अनुसार सुधारा जाएगा, क्योंकि इस त्रुटि के कारण कई बार किसानों को पीएम किसान और सीएम किसान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किसानों एवं नागरिकों से अनुरोध किया है कि ग्राम सभाओं में उपस्थित हो कर रिकॉर्ड में जो भी त्रुटि हो उसे सामने लाएं। आमजन मानस की सुविधा के लिए यह पखवाड़ा बहुत ही महत्वपूर्ण है।
नियमों के सरलीकरण से राह हुई आसान
आम जनमानस को राहत देने के लिए प्रदेश में भू राजस्व संहिता एवं उसके नियम व निर्देशों में सरलीकरण का कार्य पिछले 5 सालों से किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि नागरिकों को घर बैठे 24 घंटा एवं सप्ताह में सातों दिन आसानी से खसरा-खतौनी की प्रतिलिपि प्राप्त हो जाती है। अब कंप्यूटर एवं इंटरनेट के माध्यम से घर से ही नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन व डायवर्जन के आवेदन कर पा रहे हैं। इसके अलावा भू राजस्व ऑनलाइन जमा करने की सुविधा भी नागरिकों को प्रदान की जा रही है।
नियमों की जानकारी देने हो रही कार्यशाला
भू राजस्व संहिता एवं उसके नियमों में बहुत सारे परिवर्तन एवं सरलीकरण का कार्य राजस्व विभाग द्वारा किया गया। इन परिवर्तनों की जानकारी आम जनता तक पहुंचाने के लिए जिला, तहसील एवं ग्राम स्तर पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है। गांधी जयंती के अवसर पर विशेष ग्राम सभाओं के आयोजन किये गए। इन सभाओं में राजस्व विभाग द्वारा फौती नामांतरण के लिए खतौनी का वाचन, अधिकार अभिलेख का वाचन के साथ खसरा-खतौनी और नक्शा संबंधी त्रुटियों को ठीक करने के निर्देश दिए गए थे।