भोपाल| मध्य प्रदेश में ‘वक्त है बदलाव’ का नारा लेकर 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार इन दिनों एक ही काम को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा में है और वो है तबादले| मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ के शपथ लेने के बाद सरकार की तबादला एक्सप्रेस ने जो रफ़्तार पकड़ी तो आज तक यह एक्सप्रेस निरंतर दौड़ रही है| रोजाना सूचियां जारी हो रही है, सैंकड़ों अधिकारियों को इधर से उधर किया गया है और आगे भी यह क्रम जारी रहने वाला है| हद तो तब हो गई जब एक ही अधिकारी का कई बार तबादला कर दिया गया, जिससे मामला राजनीतिक तूल भी पकड़ा और शंका भी हुई, क्यूंकि विपक्ष ने इसे तबादला उद्योग कहा है| वहीं अधिकारियों का तो काम में मन ही नहीं लग रहा है, कुछ तो बोरिया बिस्तर बांधकर ही बैठे हैं| चुन चुन कर जिस तरह अफसरों को हटाया जा रहा है, इससे कइयों की पीड़ा भी सामने आ चुकी है, वहीं राजनीति के जानकार भी इस स्तिथि से हैरान है| मध्य प्रदेश में वरिष्ठ पत्रकार और सहारा समय के ब्यूरो प्रमुख वीरेंद्र शर्मा ने अपने ही अंदाज में सोशल मीडिया पर तबादले की पीड़ा पर व्यंग सांझा किया है….
*दर्दे ट्रांसफर*
(हमका माफी दई दे)
ट्रांसफरों से परेशान हैरान अधिकारी की पत्नी झल्लाई
घनचक्कर बना कर रख दी तुमने जिंदगी हमाई
अरे इतने तो किसी नेता ने जिंदगी में दल नहीं बदले
इस सरकार में हो गये जितने तुम्हारे तबादले
माना की प्रशासनिक व्यवस्था का अंग है ट्रांसफर
फिर भी क्या इस मुए को देखने को मिला था सिर्फ हमारा घर
पड़ोस वाले शर्मा जी में क्या सुर्खाब के पर जड़े हैं
जो अंगद के पैर की तरह एक ही पद पर 10 साल से अड़े हैं
छाती ठोक कहती शर्माइन इनका क्या बिगड़ेगा
पक्ष हो या विपक्षी हर कोई इनके लिए अड़ेगा
और एक तुम हो जो 20 साल में एक नेता तक नहीं पाला
अरे ऐसे वक्त के लिए चाहिए था ना कोई ना कोई रखवाला
यह बदलाव का वक्त ना जाने क्या-क्या रंग दिखाएगा
मुझे तो लगता है पप्पू प्रदेश के हर जिले के स्कूल में पढ़ जाएगा
कान खोल कर सुन लो भाड़ में गई समाज सेवा
नेता की चाकरी करो तभी मिलेगी मेवा
शासन नहीं सत्ता के प्रति प्रतिबद्धता और भरी हुई अंटी
इससे बड़ी नहीं बची अब अच्छी पोस्टिंग की कोई गारंटी
इससे बड़ी नहीं बची अब अच्छी पोस्टिग की कोई गारंटी….