भोपाल/छतरपुर।
बीते दिनों एसडीएम कार्यालय में हुई तोड़फोड़ और फायरिंग मामले में छतरपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।पुलिस ने अपने खुलासे में बताया कि इस पूरे हमले की साजिश खुद एसडीएम अनिल सपकाले ने रची थी। इसमें बीजेपी के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर और यूनिवर्सिटी संचालक भी शामिल थे।खुलासे के बाद सागर कमिश्नर आनंद शर्मा ने उन्हें निलंबित कर दिया है। वही एसडीएम अनिल सपकाले को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया हैं। कार्रवाई और खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है।
दरअसल, बुधवार को अज्ञात बदमाशों ने एसडीएम कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ किया था। इस दौरान दो राउंड फायरिंग की। बदमाशों ने एसडीएम की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। एएसपी जयराज कुबेर की 12 सदस्यीय टीम इस घटना की जांच कर रही थी। आज शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि सपकाले ने ही एक यूनिवर्सिटी के संचालक को फंसाने के लिए इस हमले की साज़िश रची थी। इस साज़िश में उनके साथ अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर और कृष्णा यूनिवर्सिटी के संचालक पुष्पेंद्र गौतम शामिल थे। पुलिस ने बीजेपी नेता सहित 3 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है लेकिन अभी भी एक आरोपी फरार है।
ये है पूरा मामला
घटना 5 फरवरी की है। तहसील परिसर में स्थित एसडीएम कार्यालय में बुधवार सुबह 9.10 बजे पांच-छह नकाबपोश घुस गए। पहले उन्होंने एसडीएम के चैंबर का कांच का गेट और नेम प्लेट तोड़ी, फिर उनके वाहन के भी कांच फोड़ दिए। घटना के समय एसडीएम अनिल सपकाले अपने चैंबर में रीडर रामानंद पटेल और आरआई अखिलेश बबेले के साथ बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान नकाबपोश बदमाश हथियारों से लेस होकर सीधे वहां पहुंच गए। उन्होंने गाली-गलाैज करते हुए चैंबर के बाहर लगी नेम प्लेट व दरवाजे को तोड़ा और बाहर आ गए। घटना के बाद हड़कंप मच गया था। पुलिस ने 12 सदस्यों की टीम बनाई और फिर जांच शुरु की गई। प्रशासन को पहले आशंका थी कि यह घटना भू माफिया के ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई नतीजा हो सकती है, क्योंकि हाल ही में एसडीएम ने एंटी भूमाफिया अभियान चलाकर करोड़ों की सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया था।लेकिन आज पुलिस ने सारे राज पर से पर्दा उठा दिया।