BHOPAL NEWS : भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस रिपोर्ट पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर सवाल उठाए है। उनका कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार ने कितना बड़ा घोटाला किया है, वह सीएजी ने सबके सामने रख दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में 403 ऐसे लोगों का उपचार आयुष्मान योजना के तहत किया गया जिन्हें पहले ही मृत घोषित किया जा चुका था। अब तक जीवित लोगों के साथ भ्रष्टाचार करने वाली शिवराज सरकार ने अब तो मृतकों के साथ भी घोटाला कर दिया है।
शिवराज सरकार पर आरोप
कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ शिवराज सरकार 50% कमीशन राज का खुलासा होने के बाद कांग्रेस नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है तो दूसरी तरफ भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने अपनी रिपोर्ट से एक बार फिर साबित कर दिया है कि शिवराज सरकार विश्व की सबसे भ्रष्ट सरकार है। कांग्रेस नेताओं पर भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर झूठे मुकदमे लिखने वाले शिवराज सिंह चौहान क्या अब कैग के ऊपर भी मुकदमा करेंगे।
बड़ी संख्या में फर्जी मरीजों को भर्ती करने का गोरख धंधा
कमलनाथ ने कहा कि कैग की रिपोर्ट के मुताबिक 8081 लोग एक ही समय में अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करते हुए पाए गए। इस तरह के मामलों में 213 अस्पताल शामिल पाए गए। इससे पता चलता है कि मध्य प्रदेश के अस्पतालों में कितनी बड़ी संख्या में फर्जी मरीजों को भर्ती करने का गोरख धंधा चल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश उन राज्यों में शामिल हुआ जहां सबसे ज्यादा अनियमितताएं पाई गई।
बिना बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन के 160 करोड रुपए का भुगतान
अस्पतालों को किए गए गलत पेमेंट के मामले में एमपी आयुष्मान के ग़लत भुगतान की रिकवरी के मामले में सबसे ज्यादा फिसड्डी है। मध्य प्रदेश में 96% मामलों में अब तक रिकवरी नहीं कर पाई है। रिपोर्ट में कहा गया कि एमपी आयुष्मान भारत में बिना बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन के 160 करोड रुपए का भुगतान किया गया जबकि आधार ऑथेंटिकेशन वाले मरीजों को 126 करोड रुपए का भुगतान किया गया। कमलनाथ ने कहा कि इस रिपोर्ट का क्या अर्थ है? इसका अर्थ है कि मध्यप्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में जबरदस्त घोटाला चल रहा है। बिना आधार ऑथेंटिकेशन के करोड़ों रुपए का भुगतान किया जा रहा है, फर्जी मरीज दिखा कर अस्पताल और शिवराज सरकार अपनी जेब गर्म कर रही है।
कमलनाथ ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने के लिए शिवराज सरकार पहले तो गलत तरीके से पेमेंट कर देती है और फिर जानबूझकर उसकी रिकवरी नहीं करती। यह सब उस राज्य में किया जा रहा है जहां पर सरकार का खर्च चलाने के लिए हर रोज कर्ज लिया जा रहा है और अब तक मध्य प्रदेश पर करीब 4 लाख करोड रुपए का कर्ज हो चुका है। कमलनाथ ने कहा कि कैग रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार लाखों करोड़ों रुपए का खर्चा जनता की भलाई के लिए नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के लिए ले रही है।