भोपाल।
मुख्यमंत्री शिवराज द्वारा चुनाव आयोग और कांग्रेस पर आरोप लगाने के बाद सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस आरोपों के बाद हमलावर हो चली है। पीसीसी चीफ कमलनाथ के बाद नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शिवराज पर हमला बोला है। सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग और कांग्रेस पर तो आरोप लगा दिए लेकिन मतदान के दौरान और मतदान के बाद जो ईवीएम मशीनों में गड़बड़ियां हुईं उसका कोई जबाब नहीं दिया। अगर लोकतंत्र और चुनाव की निष्पक्षता की इतनी चिंता है तो भाजपा ने 48 घंटे तक ईवीएम मशीनें जमा न होने, 4 हजार से अधिक ईवीएम मशीनें मतदान के दौरान खराब होने पर आपत्ति चुनाव आयोग में क्यों नहीं दर्ज कराई।
सिंह ने कहा कि सरकार में रहने की जवाबदारी की बड़ी बातें की, मंत्रिमंडल की अनावश्यक बैठक की लेकिन जनादेश की सबसे बड़ी प्रक्रिया के दौरान हो रही गड़बड़ी पर मुख्यमंत्री सहित पूरी भाजपा का मौन रहना क्या उसकी मिलीभगत साबित नहीं करता। मुख्यमंत्री जवाब दें कि क्या सतना में स्ट्रांग रूम में दो व्यक्तियों को बड़े बक्से ले जाते हुए पीछे से घुसते नहीं पकड़े गए। शहडोल जिले में चार दिन बाद ईवीएम मशीन जमा नहीं हुई। अनूपपुर जिले के एक मतदान केंद्र पर 56 वोटों का अंतर क्यों पाया गया ?
उन्होंने कहा कि सागर और खरगोन जिले में ईवीएम मशीनें मतदान खत्म होने के 48 घंटे बाद क्यों पहुंची ? वो भी बिना नंबर की गाड़ी में। भोपाल के स्ट्रांग रूम की एलईडी करीब डेढ़ घंटे तक क्यों बंद रही। कलेक्टर कह रहे लाइट में फॉल्ट था जबकि बिजली विभाग के अधिकारी कह रहे थे कि कोई फॉल्ट नहीं था। इसके सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध नहीं कराए गए। प्रदेश के कई हिस्सों से स्ट्रांग रूम के तालों पर सील क्यों नहीं लगी ? मतदान के पूर्व शुजालपुर क्षेत्र में चुनावी ड्यूटी पर लगे अधिकारी-कर्मचारी ईवीएम को लेकर एक निजी होटल में क्यों ठहरे रहे।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री क्या इन घटनाओं को भी अनर्गल प्रलाप मानते हैं। मुख्यमंत्री की आरोपों की यह पत्रकार वार्ता में स्पष्ट यह नजर आया कि वो चुनाव में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ियों से घबरा गए। उनकी पूरी पत्रकार वार्ता से स्पष्ट है कि… की दाढ़ी में तिनका है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, आचार संहिता के दौरान आज कैबिनेट बैठक पर कांग्रेस की आपत्ति और ईवीएम को लेकर सवाल उठाने पर सीएम शिवराज ने भी सवाल उठाए । उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने अगर किसी के साथ सख्ती की तो वो बीजेपी के साथ की है, लेकिन मेने शिकायत नहीं की है। उन्होंने कहा अधिकारियो और चुनाव आयोग ने भाजपा पर ज्यादा सख्ती की है। अमानवीयता की है, मुझे साथी के अंतिम संस्कार मे नही जाने दिया । रघुवीर दान्गी के अंतिम संस्कार मे विदिशा जाना था । शिवराज सीएम हाउस में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर हमले बोले और कहा कि कांग्रेस मतदान के दिन से ही अनर्गल प्रलाप कर रही है, हार के डर से बौखला गयी है। ईवीएम मे गड़बड़ी का अभियान छेड़ दिया। कांग्रेस हार के डर से आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। सब पर बेईमानी का आरोप लगा रही, संदेह का वातावरण पैदा कर रही है।कांग्रेस प्रशासन पर दबाब डालने का प्रयास कर रही है। ईवीएम मे छेड़छाड़ कोई गुड्डे गुड़ियों का खेल नही है। जो प्रत्याशी नही है वो भी स्ट्रांग रूम में जा रहे है, कांग्रेस हार की पूर्व भूमिका तैयार कर रही है।