लंबे इंतजार के बाद अब शिवराज मंत्रिमंडल (Shivraj cabinet) का विस्तार अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच गया है। रविवार देर रात दिल्ली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान( CM Shivraj Singh Chouhaan) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Home Minister Amit Shah, BJP National President Jagat Prakash Nadda, Organization General Minister BL Santosh and Union Minister Narendra Singh Tomar) से लंबी चर्चा की।सुत्रों की माने तो सिंधिया समर्थकों के साथ एक दर्जन भाजपा नेताओं के नामों पर मुहर लग गई है, आज रात शिवराज वापस भोपाल लौटेंगे और कल यानि 30 जून को मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। इसके मद्देनजर यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन (UP Governor Anandiben) काे मप्र का प्रभार साैंपा गया है, संभावना जताई जा रही है कि वे आज देर शाम भोपाल आ सकती हैं।
सुत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, शिवराज द्वारा दिल्ली हाईकमान को सौंपी गई लिस्ट में 27 नामों को जगह दी गई थी, जिसमें से 8 सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक और करीब एक दर्जन भाजपा नेताओं के नाम शामिल हैं। इन नामों को लेकर हाईकमान और दिग्गज नेताओं के बीच विस्तृत चर्चा की गई। मंत्रिमंडल के लिए क्षेत्र, वर्ग और सबसे अहम उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए नामों पर मंथन किया गया। देर रात बैठक खत्म हुई, उसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाहर निकले और मीडिया से बिना बात किए रवाना हो गए। माना यह जा रहा है अमित शाह के साथ बैठक मे मंत्रिमंडल विस्तार में नामों को लेकर सहमति बन गई है।हालांकि अभी राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से चर्चा होना बाकी है।
सिंधिया समर्थकों की बात करे तो इनमें इनमें इमरती देवी, बिसाहूलाल सिंह, रणवीर सिंह जाटव, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभु राम चौधरी, एन्दल सिंह कंसाना और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव का नाम है, जिनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है। वही बीजेपी से गोपाल भार्गव और भूपेन्द्र सिंह समेत कई पूर्व मंत्री के नाम शामिल हैं।ऑपरेशन लोटस में अहम भूमिका निभाने वाले अरविंद सिंह भदोरिया, संजय पाठक और मोहन यादव का भी मंत्री बनना भी तय माना जा रहा है।खबर मिली रही है कि हाईकमान ने नामों को लेकर हरी झंडी दे दी है। संभावना है कि 30 जून को मंत्रियों की शपथ हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार पिछली सरकारों में मंत्री रहे कुछ वरिष्ठ नेताओं को इस बार मंत्री नहीं बनाया जा रहा है।उन्हें यह संदेश देने का काम केंद्रीय नेतृत्व करेगा। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में 25 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। इनमें सिंधिया समर्थकों की तादाद 10 और भाजपा कोटे के 15 मंत्री रहेंगे। सिंधिया समर्थकों के नाम और विभाग को लेकर निर्णय सिंधिया और शिवराज की मुलाकात के बाद होगा।