भोपाल। निर्वाचन आयोग के लिए मतदान का प्रतिशत बढ़ाना सबसे बड़ी चुनौती है| जागरूक्ता के लिए कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा चुके हैं| लेकिन जब तक लोग उत्साह न दिखाएं तब तक शत प्रतिशत वोटिंग के टारगेट को पूरा तो क्या छूआ भी नहीं जा सकता| कहने को प्रदेश की राजधानी कई मायनों में मॉडर्न हो चुकी है| यहां लोग अपने अधिकारों को जानते हैं| मुद्दों के साथ विकास के लिए डिबेट करते हैं..लेकिन जब बात मतदान की आती है तो राजधानी पिछड़ जाती है..पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों की बात करें तो भोपाल प्रदेश के 52 जो तब 51 हुआ करते थे, में सबसे 5वें नंबर पर था…यानी जो इलाके विकास में पिछड़े थे वो भी राजधानी से मतदान प्रतिशत में आगे थे|
– 2014 लोकसभा चुनाव में वोटिंग भोपाल सीट पर हुई थी सिर्फ 57.75 प्रतिशत
– ये आंकड़ा 2009 से 10 प्रतिशत भले ज्यादा था लेकिन ग्रामीण इलाकों से कहीं कम
– 2014 में छिंदवाड़ा में हुई थी सबसे ज्यादा 79% हुआ था मतदान
– तो भिंड में सबसे कम 45.57% वोटिंग
ऐसे में लोगों को मताधिकार के लिए जागरुक करने का बीड़ा व्यापारियों ने उठाया है..और वो अपने ही स्टाइल में डिस्काउंट देकर लोगों को ज्यादा से ज्यादा मतदान का संदेश दे रहे हैं… न्यूमार्केट में ऐसी बहुत सी कपड़ों की दुकान हैं जहां दुकानदारों ने दुकान के बाहर 10 से 15 प्रतिशत छूट का बोर्ड लगाए हुए हैं…… दुकानदारों का कहना है कि शहर की आधी आबादी वुमन की है…..और उनका मकसद आधी आबादी को मोटिवेट करना हैं ताकि वो अपने घर से निकल कर वोटिंग करें…क्योंकि पिछले आमचुनाव में पुरुष वोटिंग परसेंट जहां 60 प्रतिशत था तो वहीं सिर्फ 53 प्रतिशत महिलाएं मतदान केंद्र पहुंची थी…
इतना ही नहीं इस बार ज्योतिषियों के साथ पेट्रोल पंप असोसिएशन ने भी मोर्चा खोल दिया..कि भोपाल सीट पर ज्यादा से ज्यादा मतदान टारगेट को छुआ जा सके..एक और ज्योतिष जहां स्याही के निशान पर कुंडली बनाने में डिस्काउंट दे रहे हैं तो वहीं पेट्रोल पंप असोसिएशन ने पेट्रोल और डीजल की सीमित मात्रा पर 50 पैसे डिस्काउंट का ऐलान किया है|