आए दिन नए नए घटनाक्रमों के चलते इन दिनों देशभर की निगाहें एमपी(mp) की राजनीति पर टिकी हुई है। कभी सियासी उलटफेर, कभी शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार-विभागों का बंटवारा (Shivraj cabinet expansion – division of departments) और कभी दिग्गजों की बयानबाजी लोकल से नेशनल मीडिया की सुर्खियां बन रही है।अब तक महाराज और शिवराज तक सिमटी सियासत नेता पुत्रों तक पहुंच गई है, इसका कारण शिवराज कैबिनेट में नवनिर्वाचित मंत्री और वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava, newly elected minister and senior legislator in Shivraj cabinet) है।जी हां, पिता की तरह अपने बयानों से चर्चाओं में रहने वाले अभिषेक भार्गव का एक फेसबुक पोस्ट (A Facebook post by Abhishek Bhargava) सियासी गलियारों में खलबली मचाए हुए है।इस पोस्ट में अभिषेक ने लोगों ने ट्रांसफर-पोस्टिंग करवाने के लिए उन्हें फोन ना लगाने की अपील है। इस पोस्ट के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है।
अभिषेक ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार फिर से मध्य प्रदेश में बनी है और मेरे पिताजी श्री गोपाल भार्गव इस सरकार में पुनः केबिनेट मंत्री बनाय गय है ।सरकार बनने के साथ अधिकार मिलते है परंतु ज़िम्मेदारियाँ उन अधिकारो से कहीं ज़्यादा बड़ जाती है ।सरकार में है तो आम जनता के साथ साथ सभी कर्मचारियों और अधिकारियों में भी मन में एक विचार रहता है की इनसे सम्पर्क करके मन चाही पोस्टिंग या ट्रान्स्फ़र हो जाएगा ।आज की यह पोस्ट इसी विचार से सम्बंधित है ।सभी सज्जनों से निवेदन है की ट्रान्स्फ़र या पोस्टिंग के लिए कृपया मुझे फ़ोन न लगाय न ही सम्पर्क करे क्यूँकि सरकार में मंत्री मेरे पिता है मैं नहीं । और मैं उनके राजनैतिक और सामाजिक कार्यों में सहयोग करता हूँ ।प्रशासनिक कार्यों में मेरा कोई हस्तकक्षेप नहीं रहता है न ही मैं इन कामों में किसी प्रकार की कोई रुचि रखता हूँ ।अतः कोई भी सज्जन अपने प्रशासनिक कार्य ट्रान्स्फ़र पोस्टिंग इत्यादि के लिए कृपया मुझसे सम्पर्क न करें ।आम जन मानस के अन्य हर प्रकार के सहयोग के लिए चौबीस घंटे उपलब्ध हूँ ।हालांकि यह पहला मौका नही है जब अभिषेक ने फेसबुक के माध्यम से अपनी बात रखी हो, इसके पहले भी वे कई बार उनकी पोस्ट चर्चाओं में रही है। बीते विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट वितरण को लेकर भी उनकी पोस्ट चर्चाओं में रही थी।
बता दे कि पिछली कमलनाथ सरकार तबादलों के कारण चर्चाओं में रही थी। विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने तबादलों को लेकर कमलनाथ सरकार की जमकर घेराबंदी की थी। खास करके नेता प्रतिपक्ष रहे गोपाल भार्गव ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक कांग्रेस सरकार को घेरा था और तबादला उद्योग चलाने के आरोप लगाए थे, अब चुंकी सत्ता परिवर्तन के बाद भार्गव शिवराज कैबिनेट में मंत्री बन गए है, ऐसे में कांग्रेस उन पर तबादलों का आरोप लगाए , इसके पहले ही उनके पुत्र ने अपील कर सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। हालांकि तबादलों का दौर पहले भी जोरों शोरो से चल रहा था और अब भी जारी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस फेसबुक पोस्ट का कितना और क्या राजनीति की गलियों में असर होता है।