भोपाल।
अक्सर विवादों में रहने वाली मुंबई की चर्चित धर्मगुरु राधे मां उर्फ सुखविंदर कौर आज गुरुवार को पूर्व सीएम शिवराज सिंह के भोपाल निवास पहुँचकर उनके दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। वही जब राधे मां लोगों से बात कर रहीं थीं कि बगल में शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह और पीछे बीजेपी नेता सुरजीत सिंह खड़े थे। इससे पहले बुधवार देर रात वह भोपाल पहुंची थी जहां एक चैनल से चर्चा के दौरान अपने ही भक्तों पर भड़क उठी थी और कहा था मैंने तुम्हें जन्म दिया, तुमने नहीं…।
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दरअसल, बुधवार देर रात राधे मां मुबंई से भोपाल पहुंची थी। यहां उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कई मुद्दों पर अपनी राय रखी और भोपाल वासियों को संदेश देते हुए कहा कि मनुष्य को अहंकार से दूर रहना चाहिए, प्रेम से रहें। बच्चे अपने माता-पिता से प्रेम करें। अपने माता-पिता की आज्ञा मानें।जब उनसे राजनीति में आने पर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया।इसी दौरान जब बीच इंटरव्यू में भक्तों ने नारे लगाने शुरु किया तो राधे मां भड़क उठी और कहा कि मैंने तुम्हें जन्म दिया, तुमने मुझे नहीं। फिर वह होशंगबाद में एक भक्त महेंद्र वर्मा के कार्यक्रम में शामिल होने निकल गई। इसके बाद आज गुरुवार सुबह वह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज के निवास पहुँची और उनके दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की व परिजनों को ढांढस बंधाया।इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत की और कई सवालों के जवाब दिए।यहां बच्चों ने भी उनका माला पहनाकर स्वागत किया।बता दे कि बीते दिनों पहले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के पिता का निधन हो गया था, इसके बाद से ही नेताओं के उनके घर आने का सिलसिला जारी है।
गौरतलब है कि हाल ही में कपूरथला के एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने आपराधिक मानहानि केस में विवादित धर्मगुरु राधे मां को सम्मन जारी कर 26 अगस्त 2019 को पेश होने के आदेश जारी किए हैं। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के जिला प्रधान सुरिंदर मित्तल ने राधे मां पर मानहानि केस की याचिका दायर की है। सुरिंदर मित्तल की तरफ से एडवोकेट जेजेएस अरोड़ा ने याचिका दायर कर बताया कि राधे मां ने सुरिंदर मित्तल पर झूठे आरोप लगाए हैं जिससे वे मानसिक तौर पर आहत हुए। वही उनके खिलाफ भोपाल के कमला नगर थाने में एक शिकायत भी दर्ज है। एक अधिवक्ता ने 2015 में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था। अधिवक्ता आरके पांडे ने कहा था कि मुंबई की राधे मां ने खुद को मां के रूप में प्रचारित कर लोगों की भावनाओं से खेला है। राधे मां ने हिंदू धर्म की गरिमा को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है।