भोपाल। मध्य प्रदेश के नवागत गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मंदसौर गोलीकांड समेत झाबुआ-पेटलाबाद कांड की जांच दोबारा होगी। यही नहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार उन सभी पुराने कांडों की फाइल खोली जिसमें जांच अधूरी है और आरोपी फरार हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार के उस ऐलान को भी दोहराया जिसमें इस बात का ऐलान किया गया था कि पिछली साल दो अप्रैल को हुए भारत बंद के दौरान निर्दोष लोगों पर लगे केस भी वापिस लिए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक गृह मंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि मीडिया से भी फीडबैक चाहिए कोई बड़ा मामला जिसकी जांच होने से रह गई उसको हमारे साथ साझा करें। ऐसे मामलों पर भी हम विचार करेंगे। दरअसल, 6 जून 2017 को मंदसौर में किसानों पर आंदोलन के दौरान गोलियां चलाई गईं थी। पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए किसानों को रोकने के लिए फायरिंग की थी। इस फायरिंग में कई किसान मारे गए थे। जिसकी वजह से शिवराज सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था। यही नहीं विधानसभा चुनाव में भी इस आंदोन के कारण मालवा से बीजेपी को भारी नुकसान हुआ है। इस आंदोलन से कई दिनों तक हालात बेकाबू रहे थे। देश भर में इसको लेकर चौतरफा आलोचना शिवराज सरकार को झेलना पड़ी थी। सरकार ने बाद में मामले को ठंडा करने के लिए आंदोलन की जांच के लिए जैन आयोग का गठन किया और एक साल बाद भी ये नहीं पता कि किसानों पर गोली किसने चलाई।
न्यायिक आयोग को पता करना था कि पुलिस फ़ायरिंग सही थी या नहीं। यदि नहीं तो फिर फ़ायरिंग के लिए गुनहगार कौन है। इसके बाद जैन आयोग का कार्यकाल बढ़ता रहा। अंततः जैन आयोग ने अपनी रिपोर्ट सौंपी और इसमें सीआरपीएफ के जवानों को क्लीन चिट दे दी गई थी।