रतलाम।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में आज सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के काफिला का घेराव कर दिया। इसके बाद मंत्री पटवारी गाड़ी से उतरे और उनकी ना सिर्फ सुनी बल्कि कागज पर भी नोट की। इस दौरान छात्राओं ने दोबारा मूल्यांकन की मांग कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की।छात्राएं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में पहुंचीं थी।
दरअसल, उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के बीकॉम फिफ्थ सेमेस्टर की परीक्षा में आयकर विषय में सभी विद्यार्थियों को फैल कर एटीकेटी दे दी है ,जिसको लेकर छात्र-छात्राओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है।हालांकि विश्वविद्यालय में धारा 52 लगाई जा चुकी है, लेकिन छात्र पुन: मूल्याकंन की बात कर रहे है। इसी के चलते वे आज शनिवार सुबह सर्किट हाउस पर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से मिलने पहुंचे थे, लेकिन वहां उन्हें पता चला कि वह शहर के बाहर बायपास होकर निकल रहे हैं तो कन्या महाविद्यालय की छात्राएं बंजली बायपास मेडिकल कॉलेज के पास पहुंच गई। इधर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों भी जानकारी लगती ही मौके पर पहुंच गए। जैसे ही मंत्री पटवारी का काफिला यहां पहुंचा तो छात्राएं और एबीवीपी के नेता बीच सड़क पर आकर खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे। छात्राओं को नारेबाजी करते देख मंत्री पटवारी कार से बाहर आए और छात्राओं की बात सुनी। इस दौरान छात्राओं ने मूल्यांकन की मांग कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की। मंत्री पटवारी ने भी उन्हें आश्वसन दिया और समस्याओं को जल्द से जल्द सुलझाने की बात कही।
बता दे कि उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने विश्वविद्यालय में गड़बड़ी के चलते पहले ही उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय में धारा 52 लगा दी है।चुंकी राज्य के सभी विश्वविद्यालय राज्यपाल के अधीन आते हैं। विश्वविद्यालय के कार्यकलाप एवं कुप्रबंध के संबंध में मिली रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया गया है, क्योंकि विवि के हित में उपाय किये बिना इसे नहीं चलाया जा सकता।