भोपाल। मध्य प्रदेश के छतरपर में बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन लगातार जारी है। केन नदी से रेत खनन को लेकर यहां हिंसा की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू होने के आदेश जारी किये हैं. यही नहीं प्रशासन ने खनन के लिए भारी मशीनरी के उपयोग पर भी रोक लगा दी है।
छतरपुर कलेक्टर मोहित बुंदस ने एक आदेश किया है। इसके मुताबिक रात के 9 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक खनन करने पर रोक लगादी है। यही नहीं खनन की जगह पर हथियार लेजाने पर भी बैन लगा दिया गया है। इसके अलावा केलक्टर ने खनन करने में इस्तेमाल होने वाली भारी मशीनों पर भी रोक लगादी है। बीजेपी और कांंग्रेस नेताओं पर 26 फरवरी को ये आरोप लगे थे कि वह केन नदी से अवैध खनन करने में शामिल हैं। इसके बाद कलेक्टर ने ये आदेश जारी किए हैं। हालांकि, प्रशासन के इतने सख्त आदेश के बाद भी जमीनी हकीकत कुछ और है। अभी भी भारी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। चांदला से बीजेपी विधायक आरडी प्रजापति का आरोप है कि भारी मशीनों से खनन कर उन्हें ट्रक में लोड करने के बाद उत्तर प्रदेश में परिवहन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चादला के रामपुर घाट में लगातार फायरिंग की हो रही है। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता रेत खनन करने के लिए गिरोह गठित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस संबंध में विधायकों ने मामला उठाया था।
बीजेपी विधायक के आरोपों पर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि प्रजापति खुद अवैध रेत खनन में शामिल हैं। अब जब कांग्रेस सरकार ने खतरे की जाँच की है, भाजपा के पूर्व विधायक झूठे आरोप लगा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक रेत खनन को लेकर छतरपुर, पन्ना और बांद जिले में लगातार तनाव बढ़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि यहां माफिया दिन दहाड़े हथियार लेकर घूमते दिखाई देते हैं। इन माफियओं को राजनेताओं का संरक्षण प्राप्त है।