भोपाल।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राजनीतिक जीवन पर बनी फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। एक तरफ जहां फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने नोटिस दिया है कि बिना उसको दिखाए फिल्म को रिलीज नहीं किया जाए वही मध्यप्रदेश में भी इसका विरोध शुरु हो गया है।कांग्रेस पार्टी ने फिल्म के कंटेंट पर आपत्ति लेते हुए विवादास्पद कंटेंट और सीन्स हटाने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर फिल्म का रिलीज रोकने की चेतावनी दी है। फिल्म 11 जनवरी को रिलीज होना है।
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राजनीतिक जीवन पर आधारित फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ एमपी में रिलीज नही होगी। राज्य सरकार ने इसके प्रदेश में प्रदर्शन पर रोक लगा दी है, हालांकि बैन को लेकर कोई बात नही कही गई है। फिल्म 11 जनवरी को रिलीज होना है। फ़िल्म के विवादित कंटेंट पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है।मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जफर ने फ़िल्म पर रोक लगाने की बात कही है। सैयद जफर ने फ़िल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर को लेटर लिख कंटेंट और नाम बदलने मांग की है और इसे रिलीज से पहले दिखाने को कहा है।
हालांकि कांग्रेस मीडिया प्रभारी नरेंद्र सलूजा ने बैन की बात से इंकार किया है। सलूजा का कहना है कि हमने फ़िल्म बैन नही की है और ना ही हमने ऐसी कोई मांग की है। फ़िल्म इतनी घटिया है कि हम इस पर चर्चा भी नहीं करना चाहते। हम फ़िल्म को बेकार की पब्लिसिटी नहीं दिलाना चाहते। वही बीजेपी ने इस फिल्म के ट्रेलर को कांग्रेस पर हमला बोलने का राजनीतिक हथियार बनाया है। बीजेपी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर कर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है।
आपको बता दे कि यह फिल्म पत्रकार संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर आधारित है। बारू 10 साल तक यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार रहे थे। फिल्म का ट्रेलर देखकर ऐसा लग रहा है कि पूरी सरकार पर कंट्रोल तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के हाथ में नहीं था। फिल्म के ट्रेलर के मुताबिक अमेरिका के साथ परमाणु करार के मुद्दे पर तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह और उस समय कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी के बीच मतभेद था।
इतना ही नहीं, फिल्म के मुताबिक डॉ. मनमोहन सिंह पीएम पद से इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन सोनिया गांधी ने ऐसा करने से रोक दिया था। सोनिया गांधी का कहना था कि जब एक के एक बाद घोटाले सामने आ रहे हैं तो ऐसे में राहुल गांधी को कैसे जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं एक सीन में डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी यह भी कहती हैं कि आखिर पार्टी (कांग्रेस) कब तक इन्हें (मनमोहन सिंह ) को बदनाम कराएगी। जब इस फिल्म को लेकर शुक्रवार को पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने किसी भी तरह से प्रतिक्रिया देने से इनकार दिया है। ऐसे में इस फिल्म पर विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है।