कैसे करे बलात्कारियों से अपना बचाव, इन तरीकों से आप चखा सकती है दूष्कर्मियों को धूल

Gaurav Sharma
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भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। जहां एक ओर उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुई घटना ने देश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए है, वहीं मध्यप्रदेश में भी आए दिन रेप और गैंगरेप की घटानाएं सामने आ रही है। वहीं हाल ही में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्युरो ने 2019 के आकड़े जारी किए है। एनसीआरबी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के हिसाब से मध्यप्रदेश दलित लड़कियों से रेप और छेड़छाड़ के मामले में नंबर 1 है। रिकॉर्ड के हिसाब से साल 2019 में मध्यप्रदेश में दलित बच्चियों के साथ 214 मामले सामने आए है। वहीं अगर देश की बात करे तो हर 16 मिनट में रेप की घटना घटती है।

कैसे करे अपना बचाव

हम सभी जानते है कि आज के अधुनिक युग में महिलाए पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है और सफलता के नए आयाम छू रही हैं। पर जिनता आसान पुरुषों के लिए बाहर की दुनिया में सर्वाइव करना है, उतना महिलाओं के लिए नहीं हैं। देश में बढ़ रहे महिलाओं के प्रति अपराधों के देखते हुई कई महिलाएं अपने सपनों का गला घोट देती है, पर अब और नहीं। हम आपको अपके सेल्फ डिफेन्स की कुछ तरीके बताएंगे जिससे आप निडर और बेफिक्र होकर बाहर घूम सकेंगी।

सेल्फ डिफेंस से जुड़ी कुछ तकनीक इस प्रकार है 

  • अलर्ट रहे अपनी सेफ्टी के लिए सबसे पहला कदम जो आप उठा सकती है वो जागरूक रहना और जागरूक नजर आना है। अक्सर देखा जाता है कि काफी महिलाएं अपने आसपास के वातावरण को लेकर सजग नहीं रहती है और इसी चीज का फायदा उठाकर हमलावर उन पर अटैक कर देता है। पब्लिक पेल्स पर महिलाएं अक्सर इयरफोन्स पर गाने सुनती और मोबाइल फोन चलाती नजर आती है, जिसके कारण उनका ध्यान लोगों की तरफ कम रहता है। इसलिए कोशिश करे की अगर आप अकेली पब्लिक पेल्स पर हो तो अलर्ट रहें।
  • बालों को ढ़क ले

    अक्सर देखा जाता है कि महिलाओं के प्रति अपराध को अंजाम देने के लिए अपराधी उनके बालों का सहारा लेते है। अगर आप बाहर है और खतरा महसूस कर रही है तो अपने बालों को कवर कर लें। कवर करने के लिए दुपट्टें का उपयोग करे, अगर दुपट्टा नहीं है तो अपने बालों को अपनी टी-शर्ट के कॉलर के अंदर इन कर लें। इससे हमलावर का सामना आप आसानी कर पाएंगी।
  • मौजूद सभी चीजों को ले उपयोग में

    अगर आप पर किसी ने अटैक कर दिया है तो उससे डरने की जगह अपना डिफेन्स करते हुए अपके पास मौजूद सभी चीजों का इस्तेमाल करें। आपके बैग में हमेशा पेपर स्प्रे रखे, यदि वो नहीं हो तो लाल मिर्च पाउडर भी अपके बचाव में बहुत अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही बैग में मौजूद कीचेन, सेफ्टी पिन, कल्चर, पेन, फाइलर  बचाव में काम आ सकते हैं। साथ ही कोशिश करे की हमलावर को आप ऐसी जगह ले आए जहां भीड़ हो, जिससे आपको मदद मिल सकें।
  • हमलावर की वीकनेस को जाने

    आपके लिए अपने डिफेंस में अपनी स्ट्रैंथ जनना जितना जरुरी है उतना ही जरुरी आपके लिए हमलावर की कमजोरी के बारे में जानना भी जरूरी है। अगर अटैकर ने आपको पूरी तरह से घेर लिया है तो आप उसके शरीर के कमजोर हिस्से पर वार करें। आप हमलावर के आंख, नाक, गर्दन, घुटने और पुरुषों के प्राइवेट पार्ट पर अटैक कर अपना बचाव कर सकती है। इन हिस्सों पर जोर से पंच कर अटैक करने से हमलावर का ध्यान बट जाएगा और आप वहां से जितना जल्दी हो सके भाग निकले, इससे आप अपने आप को बचाने में कामयाब हो सकेंगी।

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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