भोपाल। मध्य प्रदेश में 4 चरणो में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सियासी दलो में गुटबाजी अंतर्कलह के अलावा राजी नाराजगी का दौर अभी भी खत्म नही हुआ हैं| टिकट बांटने में हुई देरी के अलावा अब बीजेपी में शहडोल बालाघाट के बाद सागर में भी मुश्किलें बढती हुई नजर आ रही हैं| लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सामने अपने ही कार्यकर्ता और नेता कांग्रेस से ज्यादा मुश्किलें खडी करते नजर आ रहे हैं| पहले शहडोल में ज्ञान सिंह ने मोर्चा खोला फिर बालाघाट में बोध सिंह भगत टीकमगढ में आऱडी प्रजापति और सागर में लक्ष्मीनारायण यादव ने टिकट हाई जैक करने का आरोप लगाया हैं|
दरअसल लक्ष्मीनारायण यादव खुद फिर से टिकिट चाहते थे| लेकिन केंद्र के सर्वे में यादव फिट नही बैठ रहे थे| उनके बेटे सुधीर यादव विधानसभा का चुनाव हाल ही में हार चुके हैं| उन्होने पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का नाम लिए बिना टिकट हाईजैक करने का आरोप लगाया और कहा कि ये मेरा है ये तेरा हैं कि परंपरा तो कांग्रेस में है लेकिन अब बीजेपी में भी ये आ गयी हैं।
हालांकि लक्ष्मीनारायण यादव ने सागर ही नही बल्कि गुना सीट पर भी बीजेपी की तरफ से कमजोर प्रत्य़ाशी उतारने की बात कही| क्या यादव की चिंता जायज हैं| इस बात पर तो 23 मई को फैसला होगा| लेकिन 12 टिकट काटने के बाद भी बीजेपी अपनी अंतर्कलह और गुटबाजी से नही ऊबर नही पा रही| ये जरूर बीजेपी संगठन के लिए चिंता का विषय हैं| भाजपा के लिए सागर संसदीय क्षेत्र सबसे सुरक्षित क्षेत्रों में से एक माना जाता है। इस सीट पर वर्ष 1996 से भाजपा सा��सद काबिज हैं। लेकिन इस बार नए प्रत्याशी पर दांव लगाने के बाद विरोध के उठे स्वरों से पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं| अब डैमेज कण्ट्रोल में बड़े नेताओं के पसीने छूट रहे हैं| एक दर्जन सीटों पर विरोध को साधना बड़ी चुनौती बना हुआ है|