भोपाल। आज मध्यप्रदेश (madhypradesh) ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है।देश में पहली बार एमपी में वर्चअल कैबिनेट बैठक हो रही है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज (CM Shivraj) चिरायु अस्पताल से , मंत्री अपने घर और अधिकारी मंत्रालय में अपने कक्ष से इस पहली वर्चुअल कैबिनेट में शामिल हुए है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि मैं पूरी तरीके से स्वस्थ हूं, मैं लगातार काम करने का प्रयास कर रहा हूं, खांसी समाप्ति की तरह है। आपको एक अनुभव आपको बताता हूं। अस्पताल में अपनी चाय खुद बना रहा हूं और अपने कपड़े भी खुद धो रहा हूं, कोरोना के कपड़े किसी और से नहीं धुलवाने चाहिए। कोरोना स्वावलंबन सिखाता है।कोरोना से बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है। मेरे हाथ का फ्रैक्चर हुआ था और मुझे भी फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती है, लेकिन अस्पताल में कपड़े धोने के दौरान हाथ का मूवमेंट लगातार हो रहा है जिसके कारण हाथ में भी काफी आराम मिला है ।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह हमारे संकल्प का परिचायक है कि परिस्थिति चाहे कोई भी हो प्रदेश की जनता का काम हम रुकने नहीं देंगे ।अगर अस्पताल से भी जरूरत पड़ी तो हम बैठ कर काम करेंगे ।ईश्वर हमें शक्ति दें जिससे हम जनता के कार्यों को बेहतर तरीके से कर सके इन्हें संपादित कर सकें ।इसके बादसीएम दोपहर 3 बजे प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की समीक्षा करेंगे। 4.30 बजे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी सीएम शिवराज शामिल होंगे।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
आज बैठक में करीबन डेढ़ दर्जन प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। वहीं कैबिनेट में 12वीं के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान की योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी। इस योजना में मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए 25 हज़ार की राशि एवं प्रशास्त्री पत्र प्रदान किए जाएंगे। सीएम चौहान (CM Shivraj Singh Chouhaan) रविवार को यह योजना पूरा शुरू करने की घोषणा की थी।माना जा रहा है कि मेधावी विद्यार्थी योजना में लैपटॉप देना, अधिकारियों-कर्मचारियों को वार्षिक वेतनवृद्घि देने के अलावा एक दर्जन से ज्यादा मुद्दों पर बैठक में विचार किया जा सकता है।
इसके चलते बनी वर्चुअल कैबिनेट की स्थिति
कोरोना पॉजिटिव मुख्यमंत्री शिवराज और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया दोनों अस्पताल में भर्ती है हैं।वही ओमप्रकाश सकलेचा, कमल पटेल, महेन्द्र सिंह सिसौदिया सहित कुछ अन्य मंत्री होम क्वारंटाइन हैं। इधर मुख्यमंत्री के संपर्क में आए अधिकारी भी होम क्वारंटाइन हैं। वहीं, भोपाल में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए चार अगस्त तक पूरी तरह लॉकडाउन किया गया है। मंत्रालय सहित राज्य स्तरीय कार्यालयों में तीस फीसद स्टाफ के साथ कार्य संचालित किए जा रहे हैं, ऐसे में वर्चुअल मीटिंग की पहल की जा रही है।