ग्वालियर। शिवपुरी से बीजेपी विधायक और मध्यप्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने ग्वालियर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के सवाल को टालते हुए कहा कि उन्होंने हाल ही में छटवां चुनाव लड़ा है और वो एक और चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं।
ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने अम्मा महाराज की छत्री पर पूर्व मंत्री यशोधरा राजे भाजपा नेताओं के साथ पहुंची। उन्होंने राजमाता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहाँ आकर आत्मिक शांति मिलती है। पत्रकारों द्वारा ग्वालियर संसदीय सीट से उनको चुनाव लड़ाए जाने के कयासों के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहाँ सांसद जी हैं तो..और हमारे यहाँ इस तरह के फैसले वरिष्ठ नेता करते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष,प्रदेश अध्यक्ष,चुनाव प्रबंधन समिति नाम तय करती है ना मैं डिसीजन मेकर हूँ और ना आप। यशोधरा राजे ने कहा कि मैंने अभी छठवां चुनाव लड़ा है और मैं बहुत जल्दी एक बार फिर चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हूँ। वहीं कमलनाथ सरकार के कामकाज के सवाल पर उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
गौरतलब है कि ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से इस बार बीजेपी चेहरा बदल सकती है| विधानसभा चुनाव में हुए नुकसान के बाद ग्वालियर सीट से दमदार प्रत्याशी उतारने की चर्चा चल रही है| फिलहाल मोदी सरकार में मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर यहां के सांसद हैं| लेकिन इस बार उनके सीट बदलने की चर्चा है और यहाँ से यशोधरा को चुनाव लड़ाये जाने की भी चर्चा सियासी गलियारों में चल रही है| हालांकि उन्होंने इससे इंकार कर दिया है| ग्वालियर लोकसभा सीट सिंधिया परिवार का गढ़ मानी जाती है. ग्वालियर को राज्य का सबसे प्रभावशाली संसदीय क्षेत्र माना जाता है. ग्वालियर सीट पर अधिकतर समय सिंधिया राजघराने का ही राज रहा है| मध्य प्रदेश की यह सीट राज्य ही नहीं देश की वीवीआईपी सीटों में से एक है. इस सीट से देश के कई दिग्गज नेता सांसद रह चुके हैं| पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, ग्वालियर की राजमाता विजयाराजे सिंधिया, कांग्रेस के दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया, यशोदाराजे सिंधिया जैसे दिग्गज इस सीट से जीतकर संसद पहुंच चुके हैं. फिलहाल मोदी सरकार में मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर यहां के सांसद हैं|