कृषि बिल विरोध : कांग्रेस नेता ने कहा- रंगा बिल्ला की जोड़ी बेच रही देश को कॉरपोरेट के हाथों

Gaurav Sharma
Published on -

बुरहानपुर,शेख रईस। देश भर में किसान बिल को लेकर जगह जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसको लेकर बुरहानपुर में भी कोंग्रेस द्वारा इंदौर इच्छापुर हाइवे पर धरना प्रदर्शन कर चक्का जाम किया गया। साथ ही केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानूनों का कड़ा विरोध किया जा रहा है। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कोंग्रेस जिलाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र और गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोलते हुए हुए कहा कि केंद्र की सरकार किसानों को उद्योगपतियों के हाथों में सौप कर देश को बर्बाद करने का काम कर रही है।

रघुवंशी ने कहा कि महात्मा गांधी ने गौरो से तो सरदार वल्लभ भाई पटेल ने राजा महाराजाओ से आजाद करा कर देश को आजादी दिलाने का काम किया था। साथ ही ईस्ट इंडिया कंपनी को देश से भगाया था। आज देश का दुर्भाग्य है कि ये रंगा बिल्ला (नरेंद्र मोदी और अमित शाह) ये गुजराती के नाम पर और देश के नाम पर कलंक है। उन 2 गुजरातियों ने देश को आज़ादी दिलाई थी। आज ये दोनों रंगा बिल्ला देश को कॉरपोरेट जगत को बेच  रहे है, हमारे देश के अन्न दाता भगवानों, किसानों को बेच कर रहे है।

पहले भी किसानों ने आजादी में योगदान देकर अंग्रेजो को भगाने के लिए अपना योगदान दिया था। आज देश का अन्न दाता भाजपा की सरकार द्वारा लाये गये कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे है, जिसका हम सब को समर्थन करते हुए भाजपा की सरकार को मुह तोड़ जवाब देना होगा। वही धरने को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक रविन्द्र महाजन ने कहा कि आज किसानों की जान जा रही है। सरकार किसानों को नहीं देख रही है। 2014 में सत्ता में आने से पहले भाजपा किसान मजदूरों की बात करती थी। पेट्रोल डीजल के दम कम करने की बात करते थे।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News