बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू ने किया होनहार छात्र-छात्राओं का सम्मान

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Chhatarpur News  : छतरपुर शनिवार को बिजावर के जानकी निवास मंदिर परिसर में क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला बबलू द्वारा विधानसभा क्षेत्र ऐसे 1000 विद्यार्थियों को मंचीय कार्यक्रम में सम्मानित किया गया जिन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में 75 फीसदी से अधिक अंक हासिल कर अपने माता-पिता, शिक्षकों और विधानसभा का नाम रोशन किया है। आयोजन में बतौर अतिथि शामिल हुए छतरपुर रेंज के डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर संदीप जी आर और पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के साथ-साथ अपने उद्बोधन के माध्यम से बच्चों को कॅरियर मार्गदर्शन भी दिया। वहीं बच्चों ने उपस्थित अधिकारियों से अपनी जिज्ञासा भरे सवाल किए जिनका अधिकारियों ने सरल भाषा में उत्तर दिया।

गौरव का क्षण
सरस्वती पूजन और सरस्वती वंदना के साथ आयोजन का शुभारंभ हुआ। स्वागत की प्रस्तुति के बाद अतिथियों को सम्मानित किया गया। तदुपरांत मध्यप्रदेश गान हुआ। कार्यक्रम के आयोजक विधायक राजेश शुक्ला बबलू ने अपने उद्बोधन में समस्त अतिथियों, बच्चों, अभिभावकों, स्थानीय अधिकारियों, शिक्षकों और आयोजन समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारे लिए गौरव का क्षण है जिसमें हम 34 स्कूलों के 857 बच्चों सहित कुल 1000 होनहार बच्चों को सम्मानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब बिजावर को कोई नहीं जानता था, इसके बाद बिजावर की पहचान भगवान भोलेनाथ के जटाशंकर धाम से होने लगी लेकिन अब ऐसा समय आ गया है जब बिजावर की पहचान यहां के होनहार बच्चों से होने लगी है, जो कि निश्चित तौर पर समस्त विधानसभा वासियों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष बिजावर के एक गुप्ता परिवार के बच्चे ने प्रदेश में टॉप कर बिजावर का नाम रोशन किया था और इस वर्ष भी बिजावर विधानसभा के हजारों छात्रों ने 75 फीसदी से अधिक अंक अर्जित कर पुन: विधानसभा को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार इस वर्ष बोर्ड की परीक्षाओं में 75 फीसदी से अधिक हासिल करने वाले सर्वाधिक बच्चे बिजावर विधानसभा के हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि यह कोई राजनैतिक आयोजन नहीं है इसलिए हमने आज के आयोजन में बतौर अतिथि राजनेताओं की जगह अधिकारियों को आमंत्रित किया है, उनके एक बार के आग्रह पर कलेक्टर, डीआईजी और एसपी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आ गए इसके लिए वे उनका आभार मानते हैं।

परिवार की परस्थिति नहीं बन सकती सफलता में बाधा: एसपी अमित सांघी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने आयोजन समिति को साधुवाद दिया और होनहार बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं। एसपी अमित सांघी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वास्तव में यह आयोजन अभूतपूर्व है, जिसमें इतने बडे पैमाने पर बच्चों को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं देते हैं कि ईश्वर आपके द्वारा देखे गए सपने को पूरा करे। एसपी श्री सांघी ने कहा कि यदि अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूर्णनिष्ठा से मेहनत करते हैं तो आपके परिवार की परिस्थिति आपकी सफलता में बाधा नहीं बन सकती। उन्होंने बताया कि उन्होंने भी अपने शिक्षा शासकीय स्कूलों और महाविद्यालयों में पूरी की है और वे कोई टॉपर छात्र नहीं थे लेकिन इसके बाद उन्होंने आईपीएस बनने का लक्ष्य निर्धारित कर उस पाने के लिए पूरी ईमानदारी से मेहनत की तो उन्हें सफलता भी मिली। हालांकि शुरुआत में उन्हें असफलता भी मिली थी लेकिन उस असफलता से वे निराश नहीं हुए अपितु उन्होंने अपने लक्ष्य को पाने के लिए और अधिक मेहनत की। उन्होंने बच्चों को इसी तरह मेहनत कर अपने माता-पिता का सम्मान करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने का सुझाव दिया।

हम जो सोच सकते हैं उसे कर भी सकते हैं: कलेक्टर संदीप जी आर
कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि सभी बच्चे एक बात हमेशा ध्यान में रखें कि हम जो सोच सकते हैं उसे कर भी सकते हैं, बस जरूरत है अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदारी से मेहनत करने की। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सोच को सही रखना चाहिए क्योंकि हम जो सोचते हैं और जो करते हैं वही हमारी आदत बन जाती है और हमारी आदतों से ही हमारे चरित्र का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि रात के वक्त सबसे घना अंधेरा 3 से 4 बजे होता है लेकिन इसके कुछ देर बाद ही सूरज आकर अंधकार को समाप्त कर देता है, ठीक इसी तरह असफलता होती है जो कुछ समय के लिए हमारे जीवन में आती है लेकिन इसके कुछ समय बात ही सफलता रूपी सूरज आकर सारे अंधकार को समाप्त कर देता है। इसके साथ ही कलेक्टर ने प्रश्नोत्तर सत्र में बच्चों के सवालों के सरल भाषा में जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को भी मिटाया।

कोई भी नौकरी छोटी-बड़ी नहीं होती,करने का तरीका सही होना चाहिए: डीआईजी
मंच से अपने विचार व्यक्त करते हुए छतरपुर रेंज के डीआईजी ललित शाक्यवार ने कहा कि आज वे बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों और शिक्षकों को अधिक बधाई देना चाहते हैं क्योंकि बच्चों की सफलता में उनकी मेहनत के साथ-साथ माता-पिता की मेहनत भी शामिल होती है जो बच्चों को ऐसा वातावरण उपलब्ध कराते हैं जिसमें बच्चे पढ़-लिखकर आगे बढ़ सकें। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों से उनकी इच्छा भी जाना कि भविष्य में कौन सी नौकरी करना चाहते हैं। बच्चों के जवाब सुनने के बाद डीआईजी ने कहा कि कोई भी नौकरी छोटी या बड़ी नहीं होती, बस उसे करने का तरीका सही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी किसी नौकरी को करें तो अपने दायित्व को पूरी ईमानदारी से निभाएं, क्योंकि आपकी एक गलती से सामने वाले व्यक्ति का पूरा जीवन प्रभावित हो सकता है। उन्होंने बच्चों को कानून पढ़कर अपने मौलिक अधिकारों को जानने की भी सलाह दी।

छतरपुर से सुबोध त्रिपाठी की रिपोर्ट 


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Sushma Bhardwaj

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