Chhatarpur News : संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग सागर द्वारा मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र प्रेषित कर छतरपुर जिले में संचालित हो रही माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेश भोपाल की हाईस्कूल एवं हायर सकेण्डरी बोर्ड परीक्षा-2024 के परीक्षा केन्द्र शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़ामलहरा में परीक्षा संचालन में अनियमितता पाए जाने के फलस्वरूप कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
जेडी के दल ने जाहिर की नकल कराए जाने की आशंका
जारी पत्र में कहा गया है कि संभागीय उड़नदस्ते के द्वारा 06 फरवरी 2024 को प्रातः 11:40 बजे हायर सेकण्डरी बोर्ड परीक्षा केन्द्र शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़ामलहरा केन्द्र कमांक-221024 का आकस्मिक निरीक्षण करने पर गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों के प्रश्न पत्रों में विकल्प एवं रिक्त स्थान इत्यादि में निशान लगे पाए गए, जबकि प्रश्न पत्र पर परीक्षार्थी को केवल अपना रोल नंबर अंकित करना था। इसके अलावा कोई भी उत्तर या विकल्प पर निशान नहीं लगाना था। इस स्थिति के मद्देनजर जेडी के दल को परीक्षा केन्द्र पर नकल कराए जाने की आशंका है। इसी तरह परीक्षा केन्द्र पर पर्यवेक्षकों की ड्यूटी बिना जिला शिक्षा अधिकारी के अनुमोदन के लगाई गई थी जबकि यह केन्द्र प्रायवेट परीक्षार्थियों का है। परीक्षा केन्द्र पर पर्यवेक्षक सजगता से कार्य करते नही पाए गए। केन्द्र पर परीक्षार्थियों के प्रश्न पत्र पर रोल नंबर अंकित नहीं पाए गए। परीक्षा केन्द्र पर शेष बचे प्रश्न पत्र शील्ड नहीं पाए गए। उक्त तमाम अनियमितताओं को लेकर निर्देशित किया गया है कि तत्काल संबंधित केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जावे तथा उक्त परीक्षा केन्द्र पर माध्यमिक शिक्षक मण्डल मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने हेतु तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाकर निष्पक्ष रूप से नकल रहित परीक्षा आयोजित कराया जाना सुनिश्चित करें।
छतरपुर में दांव पर लगा बच्चों का भविष्य
उल्लेखनीय है कि बड़ामलहरा के अलावा छतरपुर जिला मुख्यालय पर शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के भविष्य को दांव पर लगाया गया है। दरअसल, शिक्षा विभाग ने अपनी गलती बचाने के लिए बच्चों के भविष्य को दांव पर लगा दिया है। सूत्रों की मानें तो शहर के सुमति एकेडमी और सरस्वती स्कूला सिंचाई कॉलोनी के केंद्राध्यक्षों ने दवाब बनाकर कक्षों में ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों से एक पंचनामा तैयार कराया, जिसमें लेख है कि बच्चों को सही समय पर पेपर दिया गया था जबकि स्थिति इसके विपरीत थी। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि मोहन यादव की सरकार में ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई कब होगी जो अपना कृत्य छिपाने के लिए बच्चों को शिकार बना रहे हैं। मामले की सच्चाई परिसर में लगे सीसीटीवी के कारण सामने आ गई है। चर्चा है कि अनियमितता के कारण बच्चों को परीक्षा देने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला था। इस मामले में चर्चा है कि बच्चों के परिजन और बच्चे जल्द ही शिक्षा विभाग के खिलाफ सड़कों पर उतर सकते हैं।
जिन पर लगे हैं आरोप, उन्हीं को मिले कार्रवाई के निर्देश
गौरतलब है कि संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग सागर द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के निर्देशित किया है जबकि जिला शिक्षा अधिकारी पर पहले से ही अनियमितताओं में शामिल होने के आरोप लगे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग सागर द्वारा जब जिला शिक्षा अधिकारी को ही कार्रवाई के निर्देश दिए हैं तो फिर उनसे सही जांच और सही कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
छतरपुर से सुबोध त्रिपाठी की रिपोर्ट