घंटो की मशक्कत के बाद सेना ने दीपेंद्र को 40 फीट बोरवेल से जीवित निकाला, एंबुलेंस से चेकअप के लिए भेजा अस्पताल

छतरपुर,डेस्क रिपोर्ट। जाको राखे साईंया मार सके ना कोय, ऐसा ही कुछ देखने को मिला है मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में जहां 5 साल के दीपेंद्र यादव (deependra yadav) को 7 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सकुशल जीवित निकाल लिया गया है। बोरवेल से निकालते ही प्रशासन ने दीपेंद्र को परिजनों के साथ चेक अप के लिए अस्पताल भेज दिया है।

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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”