छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में लगातार अवैध रेत खनन किया जा रहा है। सरकार बदलने के बाद भी रेत माफियाओं के कारोबार पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। चांदला से भाजपा विधायक ने कांग्रेस नेताओं और प्रशासन पर मिली भगत के आरोप लगाए हैं। भाजपा नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद उनके रिश्तेदारों को लाभ देने के लिए नियम विरूद्ध दिल्ली की सीसी कंसल्टिंग सर्विसेस प्र. लि के मालिक अंकित पांडे को रेत की चार खदान आवंटित की हैं।
स्थानीय नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद जिले प्रशासन भी उनके कहने पर चल रहा है। कांग्रेस नेता के दिल्ली में रहने वाले एक रिश्तेदार अंकित पांडे के नाम चार खदान की गई हैं। इनमें मवई घाट, हर्रई, रामपुर, बघारी की 2 साल के लिए दी स्वकृति दी गई है। यही नहीं इसके अलावा बीजेपी नेताओं का आरोप है कि सरकार बदलने के बाद से यहां लगातार बड़े स्तर पर रेत के कारोबार पनप रहा है। दिन दहाड़े गोलियां चल रही हैं। रेत खदान पर खुले आम माफिया बंदूके लेकर घूमते हैं।
ताबड़तोड़ चली गोलिंया
जिले के गौरिहार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम परेई के पंचायत रेत घाट पर शनिवार की दोपहर फायरिंग की घटना सामने आई है। खबर है कि केन नदी के उस पार यूपी में गंछा खदान चला रहे उत्तरप्रदेश के रेत माफिया बालू निकालते-निकालते मशीनों को लेकर एमपी वाले हिस्से में घुस आए। जब एमपी के लोगों ने इसका विरोध किया तो माफिया के गुर्गों ने लोगों को डराने के लिए दो राउंड फायर कर डाले। इस मामले में गौरिहार पुलिस ने एक मशीन जप्त की है। पुलिस दिन भर मामले की जानकारी छिपाती रही।
कलेक्टर मोहित बुंदस के द्वारा रेत खदानों पर मशीनें और हथियार प्रतिबंधित कर रखे हैं। इसके बावजूद माफिया धड़ल्ले से इनका उपयोग कर रेत निकाल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उत्तरप्रदेश की सीमावर्ती इस ग्राम पंचायत में यूपी के माफिया भी गंछा खदान पर उत्खनन कर रहे हैं। नदी में दोनों ओर से मशीनें एक दूसरे के इलाके में घुसती हैं जिससे गैंगवॉर के हालात निर्मित हो जाते हैं। इस मामले में मीडिया के माध्यम से जानकारी लगते ही थाना प्रभारी एसपी सिंह बघेल और पहरा चौकी के रमाशंकर मिश्रा मौके पर पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने मशीन जप्त कर ली है लेकिन फायर करने वालों पर क्या कार्यवाही की गई है। यह बात पूरे दिन पुलिस छिपाती रही।