छतरपुर, संजय अवस्थी। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने जिले के स्कूलों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों की सतत निगरानी के लिए जिला अधिकारियों को एक-एक संस्था को गोद लेने के निर्देश दिए हैं। इसी तारतम्य में हर सप्ताह अधिकारी गोद ली हुईं संस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं, जिससे संस्थाओं की कमियां भी उजागर हो रही हैं। शनिवार को छतरपुर एसडीएम प्रियांशी भंवर ने गल्लामण्डी क्षेत्र में स्थित हरिजन डिस्पेंसरी का आकस्मिक निरीक्षण किया तो यहां कई कमियां सामने आयीं।
एसडीएम प्रियांशी भंवर जब इस अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची तो यहां पदस्थ दो कर्मचारी प्रमोद वर्मा और अनूप बाल्मीक लापता मिले। शेष स्टाफ ने बताया कि वे मेडिकल छुट्टी पर हैं लेकिन अस्पताल में उनका छुट्टी आवेदन नहीं मिला। एसडीएम ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इसी तरह यहां मौजूद स्टाफ और आम जनता ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से इस डिस्पेंसरी में कोई भी चिकित्सक पदस्थ नहीं है। पहले जब डॉ. एमके गुप्ता इस डिस्पेंसरी में पदस्थ थे तब यहां प्रतिदिन 100 से 150 मरीज उपचार लेते थे लेकिन अब प्राथमिक उपचार के लिए स्टाफ ही मौजूद रहता है जिससे डिस्पेंसरी में प्रतिदिन आने वालों की संख्या औसतन 50 मरीज प्रतिदिन हो गई है। लोगों की समस्याएं सुनने के बाद एसडीएम ने भरोसा दिया कि जल्द ही यहां डॉक्टर की तैनाती के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।