ग्वालियर, अतुल सक्सेना। अघोषित बिजली कटौती, गन्दा पानी, खुदी सड़कें जैसी मूलभूत समस्याओं और नगर निगम द्वारा वसूले जा रहे गार्बेज शुल्क के खिलाफ कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार (Congress MLA Satish Singh Sikarwar) ने आज नगर निगम मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। धरने में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह भी शामिल हुए। जयवर्धन सिंह (Ex Minister Jayvardhan Singh) ने ग्वालियर की बदहाली के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया ।
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ग्वालियर पूर्व विधानसभा के विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार ने आज गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय के बाहर धरना दिया। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक महिला पुरुष कार्यकर्ता और कांग्रेस पदाधिकारी नेता शामिल थे। कांग्रेस विधायक के धरने में पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह भी शामिल हुए।
धरने में मौजूद जनता को सम्बोधित करते हुए जयवर्धन सिंह ने कहा कि यहाँ वषों से नगर निगम पर भाजपा का कब्ज़ा रहा है , प्रदेश में 15 साल से इनकी सरकार रही, केंद्र में भाजपा की सरकार है फिर भी यहाँ की जनता बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान है।इसका जवाब उन्हें आगामी चुनावों में जनता देगी।
जयवर्धन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले 50 साल से ग्वालियर में भाजपा का महापौर है लेकिन जो मूलभूत सुविधाएँ भोपाल, इंदौर और जबलपुर के लोगों को मिलती हैं वो ग्वालियर में नहीं मिलती। नगर निगम द्वारा वसूले जा रहे गार्बेज शुल्क को गलत बताते हुए जयवर्धन सिंह ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत करोड़ों रुपये नगर हैं फिर क्यों गार्बेज शुल्क वसूला जा रहा है।
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि मैं इस विभाग का मंत्री रहा हूँ मुझे मालूम है कि लगभग हर नगर निगम के लिए 50 से 100 करोड़ के टेंडर हुए हैं फिर ग्वालियर नगर निगम गार्बेज शुल्क क्यों वसूल रही है। जयवर्धन ने भाजपा की सरकार पर निराश्रित, विधवा पेंशन जैसी योजनाओं पर भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा से जनता त्रस्त हो चुकी है और चुनावों में इसका जवाब देकर ग्वालियर की बची हुई दो सीटें भी भाजपा से छीनकर कांग्रेस की झोली में डाल देगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....