Dabra News: ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के साथ धोखाधड़ी, नेट बैंकिंग के जरिए खाते से उड़ाए गए लाखों रुपए, FIR दर्ज

Shashank Baranwal
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Dabra News: साइबर क्राइम पूरे प्रदेश में बढ़ता जा रहा है। इसमें संलिप्त अपराधी निरंकुश होकर अपने घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसी बीच डबरा शहर में भी साइबर क्राइम से जुड़ा एक अपराधा सामने आया है। जहां शहर के सिटी थाने के अंतर्गत पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के साथ नेट बैंकिंग के जरिए धोखाधड़ी की गई है। इस दौरान बदमाशों ने लगभग 4 लख 22 हजार रुपए की धोखाधड़ी करते हुए खाते से ट्रांजैक्शन किया गया है।

ग्वालियर साइबर क्राइम दर्ज कराई शिकायत

फरियादी राकेश कुमार मौर्य निवासी हनुमान गंज डांडा ने बताया कि वह कन्या विद्यालय स्कूल के पीछे पंजाब नेशनल बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं। रोज की तरह उन्होंने 8 तारीख की सुबह अपना बैंक अकाउंट खोला तो उन्होंने पाया कि उनके अकाउंट से चार लाख 22 हजार रुपए नेट बैंकिंग के माध्यम से निकाल लिए गए हैं। इसके बाद उन्होंने डबरा सिटी थाने में शिकायती आवेदन दिया और ग्वालियर साइबर क्राइम में आवेदन देकर मामले की शिकायत की है। फरियादी ने बताया कि वह 10 साल से ग्राहक सेवा केंद्र संचालित कर रहे हैं, लेकिन उनके साथ ऐसा पहली बार हुआ है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना उनके साथ ही नहीं बल्कि और भी कई ग्राहक सेवा केंद्र संचालकों के साथ हुआ है।

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पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के साथ ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। जिस की फरियादी ने शिकायती आवेदन देकर शिकायत की है, जिस पर पुलिस संज्ञान लेकर मामले की जांच कर रही है- यशवंत गोयल, थाना प्रभारी, डबरा सिटी।

डबरा से अरूण रजक की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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