डबरा, डेस्क रिपोर्ट। रेत माफिया (Sand mafia) और रेत ठेकेदारों (Sand contractors) के बीच रेत की रार थमने का नाम नहीं ले रही है। जिससे आए दिन अनुभाग में वर्चस्व को लेकर लड़ाइयां सामने आती रहती हैं। जहां रेत माफिया की जिद होती है कि वह बिना रॉयल्टी (Royalty) दिए अपने वाहन गुंडा टैक्स (gunda tax) के बल पर निकालना चाहते हैं।
वहीं रेत कंपनी के ठेकेदार भी अपनी कमाई को मोटा बनाने के लिए इन लोगों पर नजर बनाकर एक flying squad जिसमें अधिकांश कहा जाए तो अपराधिक किस्म के लोगों को ही भर्ती किया जाता है। इन्हें ही अवैध रेत कारोबारियों के पीछे लगा देती है। जिससे कंपनी की प्लानिंग और रेत कारोबारी जो अवैध रेत कारोबार रात के काले सायों में करते हैं। उनके बीच कई बार आमने-सामने टकराव की स्थितियां बनती है।
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पिछली स्थितियों पर गौर किया जाए तो यह रेत कारोबार के फेर में अनुभाग में अभी तक कई जाने भी जा चुकी है लेकिन इसके बाद भी यह कारोबार अनुभाग में खूब फल फूल रहा है। जिले से लेकर विधानसभा तक स्थानीय जनप्रतिनिधि इस अवैध और जानलेवा काले कारोबार को बंद करने की गुहार भी लगाते नजर आते हैं लेकिन जहां यह पीला सोना और मोटी कमाई का धंधा बंद होने की जगह और दिन-रात फल-फूल रहा है। वहीं इन गोलीबारी में जिंदगियां कितनी भी खत्म हो लेकिन बात पैसे की है। इसलिए खाकी और खादी भी इस कारोबार से कन्नी काटती ही नजर आती है।