डबरा में रुकने का नाम नहीं ले रहा मिट्टी का अवैध उत्खनन, पढ़ें पूरी खबर

Sanjucta Pandit
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Dabra News : डबरा हमेशा से ही रेत, मिट्टी के अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले में मशहूर रहा है क्योंकि यहां प्रशासन से बेखौफ होकर खनन माफिया इस अवैध कारोबार को अंजाम देते हैं। बड़ी बात यह है कि यहां आईएएस अधिकारी होने के बाद भी इस अवैध उत्खनन परिवहन पर रोक नहीं लग पाती। बता दें कि यहां मिट्टी का अवैध उत्खनन बड़े जोरों-शोरों से चल रहा है, जहां पर सिंध नदी के आसपास किनारों से खनन माफिया मिट्टी के टीलों पर कई एलएनटी लगाए हुए हैं।

प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ने की संभावना

मिट्टी के टीलों को समतल कर रहे हैं, जिसके कारण बाढ़ और जल भराव जैसी आपदाओं का खतरा बहुत बढ़ जाता है लेकिन अगर यह टीले समतल हो जाएंगे, तो बाढ़ जैसी आपदाएं आना आम बात हो जाएगी। वहीं, इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि बीते वर्ष बाढ़ की आपदा आई थी और नदी किनारे बसे गांव, कस्बों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इसी तरह अगर नदी के आसपास टीलों को खनन माफिया बेखौफ होकर समतल करते रहेंगे, तो ऐसी आपदाओं को न्योता मिलता रहेगा।

प्रशासन का उदासीन रवैया

डबरा में अगर प्रशासन कि बात करें तो यह पूरी तरह ढीला पड़ा हुआ है क्योंकि आईएएस अधिकारी होने के बाद भी इस तरह के अवैध उत्खनन परिवहन नहीं रूकवा पा रहे, तो यह बात कहीं-ना-कहीं प्रशासन पर भी सवाल खड़े करती है। बता दें कि एक IAS अधिकारी के लिए अवैध उत्खनन परिवहन रोकना बहुत मामूली बात है, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा।

डबरा से अरूण रजक की रिपोर्ट


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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