डबरा में आदिवासी किसानों ने दिया धरना, सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के लाभ दिलाने की रखी मांग

डबरा में केंद्र सरकार की योजनाओं का गरीब आदिवासी और किसानों को जमीन स्तर पर लाभ नहीं मिल पा रहा है।

Dabra News : डबरा में आदिवासी किसानों ने एकदिवसीय धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही। किसानों आदिवासियों के लिए योजनाएं उनका लाभ दिलाने की मांग रखी। उन्होंने बताया कि गरीब आदिवासियों की जमीनों पर दबंग और रसूखदार लोग अपना कब्जा जमाए हुए हैं। इसके अलावा, पीएम आवास योजना के अंतर्गत भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा। बड़ी बात तो यह है कि ऐसे सैकड़ों आवेदन डबरा प्रशासन के समक्ष आ चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है।

सरकार को दी चेतावनी

सरकार एक तरफ खुले में शराब बेचने और पीने पर पाबंदियां लगाने का दावा करती है लेकिन दूसरी ओर आदिवासी बस्तियों, गांव में खुलेआम शराब बेची जारही है, जिससे कई आदिवासी परिवार उजड़ गए हैं। इसी कड़ी में वह डबरा SDM के समक्ष सरकार के नाम ज्ञापन दे रहे हैं लेकिन उनके फरियाद सुनने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी तैयार नहीं है। इसी संबंध में किसान आदिवासियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगे नहीं मानी गई, तो वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।

जमीनी स्तर पर परेशान किसान

किसान और आदिवासी यह दोनों ऐसे हैं शब्द जिनके हितों की बात करते हुए ना तो वर्तमान सरकार थकती है और ना तो विपक्षी दल। जब-जब चुनाव नजदीक आता हैं, तब-तब पक्ष और विपक्ष दोनों ही किसान और आदिवासियों को साधने लग जाते हैं। साथ ही अपनी योजनाओं को गिनाते हैं लेकिन अगर इनकी वास्तविक हकीकत जमीनी स्तर पर देखी जाए, तो सबसे ज्यादा परेशान यही नजर आते हैं।

डबरा, अरुण रजक


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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