दमोह में उपचुनाव की सुगबुगाहट शुरू, संवेदनाएं प्रकट करने आये सीएम शिवराज के सामने मलैया समर्थकों की नारेबाजी

Gaurav Sharma
Updated on -

दमोह, गणेश अग्रवाल। दमोह में कांग्रेस के विधायक राहुल लोधी (Congress MLA Rahul Lodhi) द्वारा इस्तीफा (Resignation) दिए जाने के बाद खाली हुई  सीट(Empty Seat) पर उपचुनाव (byelection) की सुगबुगाहट शुरू हो गई है और सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं (BJP Workers) ने जमकर नारेबाजी की और पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया (Former Finance Minister Jayant Malaiya) को इस सीट से फिर से दावेदार बनाये जाने की मांग भी की।

दरअसल राहुल सिंह के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने के बाद ये कयास लगाए जा रहे है कि भाजपा उन्हें ही अपना उम्मीदवार बनाएगी। ऐसे में जयंत मलैया का राजनैतिक भविष्य खतरे में लग रहा है। जिसे देखते हुए अब मलैया समर्थक चिंतित है। वहीं सीएम शिवराज मलैया के पिता के निधन पर शोक संवेदनाये जाहिर करने उनके घर पहुंचे थे।

मुख्यमंत्री और उनके साथ आये प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी डी शर्मा के सामने मलैया के निवास पर उनके समर्थकों द्वारा दावेदारी की गई। कार्यकर्ताओं ने शोक की घड़ी में भी नारेबाजी करके सीएम शिवराज से एक बार फिर मलैया को ही उम्मीदवार बनाये जाने की मांग की।  हालांकि जब सीएम शिवराज से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने शोक की घड़ी का हवाला देकर बात को ख़त्म कर दिया।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News