Damoh News : मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री लखन पटेल के गृह जिले दमोह में एक बार फिर से गो तस्करी का मामला सामने आया है, जहां देर रात हिंदूवादी संगठनों ने गो तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए 30 से 35 गायों को कसाइयों के पास जाने से बचा लिया। बता दें कि एक लग्जरी कार के साथ कई गायों को ले जाया जा रहा था। इस दौरान गो सेवकों और तस्करों के बीच बहस हुई, लेकिन हिंदू संगठनों की संख्या देखकर तस्कर भाग निकले।
फिलहाल, इन गायों को लगभग 5 किलोमीटर तक चलाकर गो सेवकों ने पुराना थाना स्थित अस्थायी गोशाला में पहुंचाया गया। इस दौरान तस्करों ने उन्हें धमकी भी दी।
मुखबिर से मिली सूचना
दरअसल, गो सेवकों को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि समन्ना बायपास के पास से बड़ी संख्या में गायों को ले जाया जा रहा है। जिसके बाद बजरंग दल के सदस्यों और अन्य हिंदूवादी संगठनों ने साथ मिलकर बायपास पर घेराबंदी की और गायों को तस्करों के चंगुल से आजाद कराया। गो सेवकों का कहना है कि तस्कर गायों को कसाई मंडी ले जा रहे थे।
गो सेवकों ने की अपील
घटना के बाद गो सेवकों और हिंदू संगठनों ने पशुपालन मंत्री लखन पटेल पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि मंत्री प्रदेश भर के पशुओं की चिंता करते हैं, लेकिन अपने गृह जिले की गायों की दुर्दशा को नजरअंदाज कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपील की है कि दमोह के गो वंश की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए।
टीआई ने दी ये जानकारी
थाना प्रभारी आनंद राज ने बताया कि हिंदू संगठनों की सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। फिलहाल, गायों को गोशाला में रखा गया है। साथ ही टीम का गठन कर दिया है और तस्करों की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं, गो सेवक दीपक नेमा ने कहा, “सूचना मिलते ही हमलोगों ने त्वरित कार्रवाई की है। हालां,कि तस्कर मौके से भाग खड़े हुए। बजरंग दल के सदस्य राजेन्द्र चौरसिया ने कहा कि प्रशासन को गायों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
दमोह, दिनेश अग्रवाल