दमोह।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किसानों को लेकर एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर बडा हमला बोला है। शिवराज ने कहा है कि मुझे पता है कि मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं, लेकिन जनता की लड़ाई लड़ने का काम करूंगा । प्रदेश में किसानों की हालत बदतर होती जा रही है ।धान खरीदी और उड़द को लेकर किसान परेशान हो रहे है , उन्हें उनकी उपज का सही पैसा नही मिल रहा है, खरीदा हुआ उड़द किसानों को वापस दिया जा रहा है, पेमेंट भी किसानों को नहीं दिया जा रहा है। अगर जल्द ही किसानों की हालत नहीं सुधरी तो सड़क पर उतरकर किसानों की हक की लड़ाई लडूंगा।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शहीद अश्विनी कुमार की अंत्येष्टि के पश्चात आज भोपाल लौटते समय किसानों के आग्रह पर कुछ समय जबेरा मंडी जिला दमोह में रुके, जहां उन्होंने किसानों से चर्चा की। किसानों ने उन्हें धान खरीदी में आ रही समस्याओं से अवगत कराया, जिसके बाद शिवराज ने चिंता जाहिर करते हुए तुरंत दमोह कलेक्टर को फोन लगाया और सभी बातों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की बात कही। जिससे किसानों की चिंताओं को जल्द से जल्द दूर किया जा सके ।
किसानों ने चौहान से बताया कि सरकार द्वारा धान की तुलाई की गई है लेकिन सरकारी बारदाना उपलब्ध नहीं होने के कारण धान मंडी में ही रखा हुआ है और उसे सरकार उठा नहीं रही है । किसानों के द्वारा लाए गए बारदाने में धान रखा हुआ है । उन्हें धान खरीदी के टोकन दिए गए थे अब उनके धान को रिजेक्ट करने और उनके धान को नहीं लेने की शिकायतें प्राप्त हुई है और उनसे अब धान नहीं लिया जा रहा है। धान खुले में रखा हुआ है और बेमौसम बारिश के चलते धान सड़ने की भी संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है । दो महीने हो जाने के बाद आज तक उनके खातों में धान बेचने की राशि तक सरकार ने नहीं डलवाई है ।