MP Damoh Parshuram Temple : भगवान परशुराम का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा। वह हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार भगवान विष्णु के छठे अवतार थे। वैसे तो देश भर में परशुराम के कई प्रमुख मंदिर हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के दमोह जिले में जो मंदिर स्थापित है, ऐसी मान्यता है कि वहां पर भगवान के दर्शन मात्र से जातकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।
जी हां! इस मंदिर को लेकर बहुत सारी मान्यताएं भी है। इतिहासकारों का कहना है कि यह मंदिर काफी ज्यादा पुराना है। इस मंदिर को स्थानीय लोग परशुराम टेकरी के नाम से भी जानते हैं, जो पहले घने जंगल से घिरा हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ यहां काफी कुछ बदला अब यहां पर सारी व्यवस्थाएं कर दी गई है।
1982 में किया गया निर्माण
मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर में जो भी जाता है उसकी मुराद अवश्य ही पूरी होती है। वह भक्त कभी भी खाली हाथ भगवान के दर से वापस नहीं लौटता। बता दें कि इस मंदिर का निर्माण साल 1982 में किया गया था, जो 320 फीट ऊंची है। यहां सालों भर पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है।
मंदिर का इतिहास (Parshuram Temple)
मंदिर के इतिहास की बात करें, तो स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि गांव के बैजनाथ श्रीवास्तव को 12 साल तक भगवान परशुराम के दर्शन सपने में हुए थे। जिसमें उन्होंने जमीन की खुदाई करने के बाद मंदिर स्थापना का आदेश दिया था। जिसका पालन करते हुए बैजनाथ श्रीवास्तव ने बरिया पेड़ के नीचे खुदाई करवाई, जहां भगवान परशुराम की मूर्ति निकली थी। जिसके बाद यहां मंदिर की स्थापना की गई। तब से लेकर आज तक यहां पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। सालों भर यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है। खासकर परशुराम जयंती के अवसर पर यहां काफी ज्यादा भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)