Damoh News : देश भर में 22 तारीख को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह औऱ उमंग देखने को मिल रही है तो हर कोई इस दिन को खास बनाने में जुटा हुआ है इस बीच मध्य प्रदेश में भी खास उत्साह है वही सरकार ने आदेश जारी कर मंदिरों में साफ सफ़ाई धार्मिक अनुष्ठानों को करने के साथ स्कूलों में धार्मिक रूप से प्रभु राम के चरित्र को बच्चों तक पहुंचाने वाले कार्यक्रम करने के निर्देश जारी किए हैं और इन स्कूलों में तैयारियां भी की जा रही हैं। लेकिन सूबे में ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित स्कूलों में ऐसे किसी भी प्रकार के आयोजन की तैयारी देखने को नही मिल रही है।
मध्य प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति धार्मिक धर्मस्व न्यास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र सिंह लोधी का बड़ा बयान आया है। लोधी के मुताबिक देश मे रहने वाले ईसाइयों का डीएनए एक ही है और ईसाइयों को भी अपने संस्थानों में भगवान राम के आयोजन करने चाहिए।
देश के ईसाइयों का डीएनए एक
मंत्री लोधी ने कहा है कि राम देश की आत्मा है और धर्म मजहब से दूर सबके हैं उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि नई पीढ़ी और बच्चों को राम के चरित्र से अवगत कराने एमपी सरकार कोशिश कर रही है और ऐसे में ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित स्कूलों में भी दूसरे स्कूलों की तरह आयोजन होना चाहिए। मंत्री लोधी ने साफ कहा कि पूजा पद्धति अलग हो सकती है लेकिन इतिहास उठाकर देखें तो सबका डीएनए एक ही है इस पर विचार करना चाहिए।
दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट