ट्रैफिक पुलिस ने बनाया चालान तो भाग गया कार चालक, पाँच दिन बाद आया पकड़ में

दमोह, आशीष कुमार जैन। दमोह में पुलिस ने पाँच दिनों बाद एक कार चालक से पाँच सौ रुपये वसूल किये हैं और इस वसूली के बाद यहां के ट्रैफिक सूबेदार बेहद खुश हैं। इस खुशी की वजह भी खास है क्योंकि पाँच दिन पहले कार चालक सूबेदार को चकमा देकर फरार हुआ था और जाते जाते कह गया था कि दम हो तो पकड़ कर बताना।

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दरअसल दमोह में ट्रैफिक पुलिस वाहनों की जांच पड़ताल करने के साथ चालानी कार्यवाही कर रही है और इसी दौरान मुक्तिधाम चौराहे पर ट्रैफिक सूबेदार आकांक्षा जोशी कमान संभाले हुए हैं। पांच दिन पहले इसी चौराहे पर  रजनीश तिवारी  नाम के कार चालक को ट्रैफिक सूबेदार ने रोका जो कि सीट बेल्ट नही लगाए था। नियम के मुताबिक पुलिस ने कार चालक का पांच सौ रुपये का चालान काट दिया लेकिन कार चालक चकमा देकर फरार हो गया और जाते जाते पुलिस वालों से जो कहकर गया वो बात ट्रैफिक सूबेदार के साथ सारे पुलिस वालों को चुभ गई। उसने कहा कि दम हो तो मुझे पकड़कर दिखाना। इस मामले में चालानी रसीद कट चुकी थी लिहाजा खुद ट्रैफिक सूबेदार आकांक्षा जोशी ने अपनी जेब से ये राशि जमा कर दी, लेकिन कार चालक की तलाश जारी थी। सोमवार की शाम आखिरकार एक बार फिर ये कार चालक ट्रैफिक पुलिस के सामने आ गया, बस फिर क्या था ट्रैफिक सूबेदार की खुशी का ठिकाना नही रहा। बाकायदा सूबेदार ने कैमरे के सामने बताया कि साहब भाग गए थे जिनका फोटो लिया जाए। खैर पांच दिनों बाद ट्रैफिक पुलिस ने रजनीश को चालान की रसीद थमाई और पांच सौ रुपये भी वसूल किये। हालांकि सोमवार को कार चालक को चालान से फ्री रखा गया।

अपने तरह के अलग इस मामले में इलाके के सीएसपी अभिषेक तिवारी का कहना है कि चकमा देकर फरार हुए कार चालक से पुराने चालान की वसूली की गई है। वहीं पुलिस के साथ पांच दिन पहले हुए सुलूक पर ट्रैफिक सूबेदार से प्रतिवेदन मांगा गया है और प्रतिवेदन मिलने पर कार चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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