Dhar News : राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग नई दिल्ली ने सोमवार को दो विकासखंडों की संयुक्त बैंक व कैंप का आयोजन ग्राम तिरला में स्थित सीएम राइज स्कूल में किया। यहां पर बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता एवं बच्चों के विरुद्ध होने वाली हिंसा की सुनवाई को लेकर बैंच लगाई गई थी। प्रदेश में इसकी शुरुआत धार से की गई। जिसके बाद आगामी दिनों में झाबुआ, आलीराजपुर सहित खरगोन जैसे शहरों में होगी।
दरअसल, आकांक्षी ब्लॉक को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रारम्भ किए गए कार्यक्रम में अपना योगदान देने के लिए ही आयोग की टीम अब ब्लॉक स्तर पर पहुंच रही है। जिसमें बाल अधिकारों से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए कैम्प का आयोजन किया गया। बैंच में जोखिम ग्रस्त परिवारों की मैपिंग के आधार पर बच्चों के अधिकारों से जुड़ी लगभग 227 व्यक्तिगत शिकायतें मिली है। जिसमें आधार संबंधी 60, शिक्षा विभाग के छात्रवृत्ति 20, बाल आशीर्वाद 15, आर्थिक सहायता 35, दिव्यांग प्रमाण पत्र 28, समग्र आईडी 24, पेंशन व सामाजिक न्याय विभाग 12, स्पॉन्सरशिप 32, विकलांगता प्रमाण पत्र 24, लाड़ली लक्ष्मी योजना के दो प्रकरण, आंगनवाड़ी भवन संबंधी 15, जन्म प्रमाण पत्र की 16 शिकायतें प्राप्त हुईं। आयोग के सदस्यों ने शिकायतों को लेकर पीडित बच्चों से व्यक्ति चर्चा की तथा संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए। कैंप में बच्चों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें कुल 24 बच्चों की जांच हुई है।
इसमें से चार बच्चों में एनीमिया के लक्षण पाए गए हैं, ऐसे में अब विभागीय समन्वय के आधार पर बच्चों का उपचार होगा। कैंप में बच्चों व उनके परिवारों को भारत सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता ने कहा कि आज जो बेंच यहां आयोजित की गई थी उसका मुख्य उद्देश्य यहीं था यहां जितनी भी बच्चों की समस्या है उनको हम सुने और उसका त्वरित निदान हो। इन बच्चों को किन-किन योजनाओं से जोड सकते है वह सुनिश्चित किया है।
धार से मो अल्ताफ़ की रिपोर्ट