धार/मोहम्मद अंसार
लाकडॉउन के दौरान जहाँ पर लोग फंसे हुए हैं सरकार उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रही हैं। लेकिन एक निजी बस संचालक द्वारा अवैध रूप से सवारियां ठूंसकर झाबुआ से रीवा ले जाया जा रहा था। बसोंं की छत पर बैठने का किराया 300 से 500 रूपये और बसों के अंदर बैठने के 2500 तक किराये के रूप में वसूले जा रहे थे। इसी के साथ खुलेआम सोशल डिस्ट्रेसिंग का उल्लंघन भी हो रहा था।
निजी ठाकुर बस झाबुआ से सवारियों को बिठाकर, पिथमपुर उद्योग क्षेत्र में फंसे मजदूरों को बिठाकर रीवा पहुंचा चुकी थी। इसके बाद कुछ मजदूर ने पीथमपुर पुलिस को लिखित में शिकायत दी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने बस मालिक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इसी के साथ ठाकुर बस सवारी भर रही रही थी तभी मुखबिर की सूचना परपुलिस ने उन्हें धर दबोचा और सवारियों को उतारा गया। बस के कंडक्टर और ड्राइवर को गिरफ्तार कर बस जब्त की है और मालिक के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।