कुएं में फांसी पर झूलता मिला पुलिसकर्मी का शव, जानें पूरा मामला

Amit Sengar
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Dindori Crime News : मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिला मुख्यालय के महिला थाना में पदस्थ SI भूरे सिंह ठाकुर का शव अमरकंटक मार्ग पर घानाघाट के सेमर तिराहे के पास बने खेत के कुएं में फांसी पर झूलता मिला। एसआई के द्वारा की गई आत्महत्या की घटना के बाद जहां विभाग में हड़कंप मच गया वहीं मृतक के परिजनो का रो रो कर बुरा हाल था। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को उतार पंचनामा तैयार किया और पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया है।

यह है पूरा मामला

पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, घटना दोपहर 12 से एक बजे के बीच की बताई जा रही है। सड़क किनारे एक मोटरसाइकिल भी खड़ी मिली है जिसमे चाबी लगी हुई है, जिससे एएसआई मौके तक पहुंचे थे। और जिस कुएं में शव मिला है ये कुआं एक खेत में बना हुआ है। पुलिस ने मौके पर डॉग स्क्वायड बुलाकर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। साथ ही पुलिस ने ASI भूरे सिंह के परिजनों को भी इसकी सूचना भेज दी है। पुलिस अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सिटी कोतवाली पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है।

कुएं में फांसी पर झूलता मिला पुलिसकर्मी का शव, जानें पूरा मामला

इधर मृतक की पत्नी रश्मि सिंह ठाकुर ने गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जमीन को लेकर कुछ लोग उनके पति को प्रताड़ित कर रहे थे। जिसके चलते कुछ दिनों से उनके पति परेशान थे। मृतक एसआई की पुत्री ने बताया कि पापा सुबह से ही कुछ परेशान थे किंतु उन्होंने किसी से अपनी बात शेयर नहीं की।

वहीं घटना को लेकर डिंडोरी पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह ने बताया है कि ASI भूरे सिंह स्वयं की बाइक से घटना स्थल पहुंचे थे। प्रथम दृष्टया कोई सोसाइड नोट मौके पर नहीं मिला है। संभावना जताई जा रही है कि पारिवारिक विवाद या व्यक्तिगत कारणों से उन्होंने ऐसा कदम उठाया होगा। फिलहाल मामले की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। पुलिस की विवेचना के उपरांत ही घटना के सही तथ्य सामने आएंगे।

डिंडौरी से प्रकाश मिश्रा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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