बहुउद्देश्यीय संघर्ष संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सौंपा कलेक्टर के नाम ज्ञापन

डिंडौरी, प्रकाश मिश्रा। जोगी टिकरिया से बिजोरा पहुंच मार्ग खस्ताहाल सड़क के निर्माण को लेकर दुल्लोपुर बिजोरा हिनौता के बहुउद्देश्यीय संघर्ष संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता महिला एवं पुरुषों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। शासकीय चंद्र विजय महाविद्यालय से रैली के रूप में विरोध प्रदर्शन कर सड़क निर्माण की मांग करते हुए बड़ी संख्या में महिला और पुरुष जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर तत्काल रोड निर्माण करने की मांग की। बहुउद्दीशीय संघर्ष संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि आजादी के बाद से उक्त सड़क का कभी भी पूरी तरह निर्माण नहीं किया गया। ग्रामीणों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने पर गिट्टी मुर्रम डालकर रोड को काम चलाऊ तैयार किया गया। कई वर्षों से उक्त तीनों ग्रामों के ग्रामीण सड़क को लेकर काफी परेशान होते रहे हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि सड़क की हालत अधिक खराब है, जिसके कारण लोगों को आवागमन में अत्यधिक परेशानी होती है। साथ ही किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य एवं सुरक्षा जैसी सुविधाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पाता है। साथ ही बड़ी संख्या में इन ग्रामों के बच्चे स्कूलों के लिए इसी सड़क से आते जाते हैं जो कई बार दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं।

मांग पूरी ना होने पर करेंगे खुलकर विरोध


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।