Disaster Management Center : मध्यप्रदेश के उज्जैन में प्रदेश का पहला डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर तैयार किया जाएगा। दरअसल सिंहस्थ-2016 में तेज हवा, आंधी के चलते पंडाल व पेड़ गिर गए थे। साथ ही सिंहस्थ में आए श्रद्धालुओं की जान पर खतरा मंडरा गया था। लेकिन अब ऐसी स्थिति से निपटने के लिए उज्जैन में डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है। साथ ही आपदा प्रबंधन की विशेष ट्रेनिंग भी इसमें दी जाएगी, जिससे यदि सिंहस्थ-2028 में कोई हादसा होता है या फिर प्राकृतिक खतरा आता है तो ऐसे में श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर बचाया जा सके। साथ ही उससे होने वाले उचित प्रबंधन कर संपत्ति के नुकसान को रोका जा सके।
टेंडर होने के बाद कार्य भी होगा शुरू:
दरअसल इसे उज्जैन में आने वाले सिंहस्थ को देखते हुए किया जाएगा। इससे पहले ही सिंहस्थ मद से करीब 16.55 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल चुकी हैं। जिसके बाद हाउसिंग बोर्ड द्वारा इसकी डीपीआर भी तैयार की जा चुकी है। हालांकि अभी इसका टेंडर जारी नहीं किया गया है। टेंडर जारी होने के बाद ही कार्य शुरू किया जाएगा। वही सिहंस्थ को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय नार्म्स का स्वीमिंग पूल बनाया जाना है। दरअसल इसके बन जाने से होमगार्ड के जवानों को शिप्रा नदी रामघाट पर ट्रेनिंग के लिए नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय लेवल की तैराकी ट्रैंनिंग मिल सकेगी।
प्राथमिक स्वीकृति हो गई है पूरी :
जानकारी में सामने आया है की इसको लेकर प्राथमिक प्रशासकीय स्वीकृति हो चुकी है। दरअसल सिंहस्थ-2016 में मात्र 13-14 हजार होमगार्ड जवानों को सिहंस्थ व नदी के क्षेत्र में तैनात किया गया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 30 हजार कर दिया जाएगा। सिंहस्थ – 2028 को मद्देनजर रखते हुए डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर बनाया जाने का कार्य हाउसिंग बोर्ड को दिया गया है।