ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन के लिए करनी पड़ रही मशक्कत, गांव वाले कर रहे अभद्रता

Atul Saxena
Published on -

जबलपुर, संदीप कुमार।  कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है वैक्सीनेशन   (Vaccination) और वैक्सीनेशन के लिए राज्य सरकार लोगों को लगातार जागरूक भी कर रही है लेकिन प्रदेश के कई ग्रामीण अंचल आज भी ऐसे है जहाँ वेक्सीन (Vaccine) को लेकर गाँव वालों में भ्रांतियाँ है लिहाजा स्वास्थ्य विभाग को उन्हें जागरूक करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।  यहाँ तक कि प्रशासन की टीम के साथ गाँव वाले अभद्रता तक कर रहे हैं।

सांसद के गाँव में मेडिकल टीम को भगाया

ब्लाक मेडिकल ऑफिसर के निर्देश पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम के नोडल अधिकारी डॉ अमित जैन जब सांसद राकेश सिंह के द्वारा गोद लिए गाँव कोहला में कोरोना वैक्सीन के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने गए तो वहाँ उन्हें महिलाओ की गाली का सामना करना पड़ा। डॉ अमित जैन वेक्सीन संबधित जानकारी ग्रामीणों को दे रहे थे पर महिलाए डॉक्टर के साथ अभद्रता कर रही थी।

ये भी पढ़ें – SDM ने खुद अनाथ बच्चों के घर पहुंचकर दी मदद, भरोसा दिलाया सरकार आपके साथ है

महिलाओ ने की अभद्रता-वीडियो आया सामने

जानकारी के मुताबिक बुधवार की दोपहर जब डॉ अमित जैन सांसद के गाँव कोहला पहुँचे और वैक्सीन लगवाने के लिए नाम पूछा तो महिलाए भड़क उठी और डॉक्टर को खूब खरी खोटी सुनाई,डॉ अमित जैन बार-बार महिलाओं को वैक्सीन के लाभ बता रहे थे पर महिलाएं थी कि मानने के लिए तैयार नहीं थी।

 ये भी पढ़ें – तुलसी सिलावट बोले- इन अधिकारी व कर्मचारियों को 1 हफ्ते में मिलेगी अनुकंपा नियुक्ति

ये है सांसद के गोद लिए गांव की तस्वीर

कोरोना वेक्सीन को लेकर डॉ अमित जैन महिला को बार बार समझाइश दे रहे थे पर महिलाएं थी कि चीख चीखकर एक ही बात कह रही थी कि नहीं लगवाना इंजेक्शन, निकल जाओ यहाँ से, यहाँ महिलाएं अपना नाम तक बताने के लिए तैयार नहीं हुईं। काफी समझाने के बाद जब महिलाए नहीं मानी तो थक हराकर डॉ अमित जैन वहां से चले गए।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News