जबलपुर, संदीप कुमार। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में बढ़ती खाद की किल्लत और रबी सीजन में परेशान हो रहे किसानों की समस्या को लेकर एक बार फिर पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का बयान सामने आया है। खाद की कमी झेल रहे किसानों के लिए कम पड़ रही खाद और ट्रंसफार्मर खराब होने से खराब हो रही फसलों से सिंचाई प्रभावित हो रही है, जिसको लेकर पूर्व मंत्री और पाटन विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इस पत्र में अजय विश्नोई ने सीएम से किसानों की समस्या के निराकरण की मांग की है।
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मध्यप्रदेश में खाद की किल्लत को लेकर पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का कहना है कि खाद न मिलने से किसान बेचैन हैं। किसान डीएपी (DAP) की मांग कर रहे हैं, पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह नहीं है, इसलिए किसानों को अब समझना चाहिए कि सरकार चाह कर भी डीएपी उपलब्ध नहीं करवा सकती है। सरकार एनपीके (NPK) उपलब्ध करवा सकती है जिसके लिए केंद्र व राज्य सरकार प्रयास भी कर रही है।
दो प्रकार की होती है खाद
पूर्व मंत्री विश्नोई ने बता कि खाद दो तरह की होती है। एक होती है एनपीके और दूसरी होती है डीएपी। डीएपी में यूरिया और फास्फेट होता है, दूसरी होती है एनपीके जिसमें पोटाश भी मिली रहती है, पर चलन में आमतौर डीएपी खाद है जिसे किसान उपयोग करते आ रहे हैं। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। एनपीके का हाल ही में एक रैक जबलपुर आया है इतना जरूर है कि एनपीके डीएपी के मुकाबले मंहगी है।
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने कहा कि वर्तमान में खाद के साथ साथ किसान बिजली ट्रांसफार्मर से भी परेशान हैं। बिजली ट्रांसफार्मर की पाटन विधानसभा में क्या स्थिति है उसको लेकर अजय विश्नोई ने कहा कि रोजाना ट्रांसफार्मर जल रहे है, जरूरत से ज्यादा जल रहे है और इसके बाद आसानी से नहीं मिल रहे है, जिसके चलते किसान परेशान हो रहा हैं, फसल खराब हो रही है।