गुना, संदीप दीक्षित। गुना (guna) शहर में रविवार को ओवरब्रिज के नीचे मिले नवजात के शव (newborn’s dead body) को फेंकने वालों को पुलिस ने सूझबूझ और रोचक तरीके से गिरफ्तार कर लिया है। मामले में मानवीय संवेदनाओं को ताक पर रखने और निर्दयीता की पराकाष्टा सामने आई है। क्योंकि इस कृत्य को करने वाले कोई और नहीं बल्कि नवजात के पिता और दादा निकले। वहीं पुलिस (police ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
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यह है मामला
पूरा वाकया कुछ इस तरह है कि रविवार को सुबह गुना (guna) में शहर के बीचों-बीच से गुजरे रेलवे ओवर ब्रिज (railway over bridge) के नीचे एक नवजात का शव कोतवाली पुलिस ने बरामद किया था। इसके बाद पुलिस ने लगातार उन लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी, जिन्होंने इस रिहायशी क्षेत्र में शव फेंका था। इसी दौरान गुना डीएसपी प्रशांत शर्मा ने सूझबूझ का परिचय देते हुए नवजात के शव की नाड़ी में मिले पिन के आधार पर शहर के सभी अस्पतालों में पड़ताल की। इस दौरान सामने आया कि जिला चिकित्सालय में चांचौड़ा के बीलाखेड़ी निवासी संदीप पुत्र गुलाब सिंह मीना की पत्नि ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। इसके बाद एक बच्चे की मौत हो गई थी। जिसे अस्पताल प्रबंधन द्वारा संदीप मीना व गुलाब सिंह को अंतिम क्रिया के लिए सौंप दिया था ।
इधर गुलाब व संदीप ने लापरवाही बरतते हुए शव को ओवर ब्रिज के नीचे ही फेंक दिया। हालांकि इस बात से पहले दोनों आरोपियों ने इंकार करते हुए पुलिस गुमराह किया और बताया कि उन्होंने शव का बूढ़े बालाजी क्षेत्र में अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन जब सख्ती बरती गई तो दोनों स्वीकार कर लिया कि शव ब्रिज के नीचे उन्होंने ही फेंका था। वाकया सामने आने पर पुलिस भी हैरान है कि आखिर दादा और पिता इतने निर्दयी कैसे हो सकते हैं? पुलिस ने इस मामले में आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का भी प्रयास किया, लेकिन उनकी एक नहीं चली।