Gwalior News : ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बेटे के नाम एक बार फिर चर्चा में है, पिछली बार एक युवक ने ऊर्जा मंत्री का बेटा रिपुदमन सिंह तोमर उर्फ़ सागर बनकर बिजली कंपनी के अधिकारियों को ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए हड़काया था और अपने क्षेत्र में एक ट्रांसफार्मर भी लगवाया था, आरोपी जेल में है लेकिन अब एक बार फिर रिपुदमन सिंह का नाम चर्चा में हैं और इस बार मामला ज्यादा गंभीर है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस बार मामला रेस्टोरेंट में मारपीट, बाउंसर्स के साथ मारपीट, पकड़े गए आरोपी को पुलिस थाने से छुड़ाकर ले जाने से जुड़ा हुआ है, दरअसल बीती 10 जून की रात पड़ाव थाना क्षेत्र में स्थित तोष रेस्टारेंट में कुछ युवकों में झगड़ा हुआ, आरोप है कि रेस्टोरेंट फुल होने पर जब युवकों को अन्दर आने से रोका गया तो युवकों ने स्टाफ से मारपीट की, तोड़फोड़ की, बाउंसर्स को भी पीटा।
रेस्टोरेंट संचालक ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, पड़ाव पुलिस कैफे पर पहुंची तो उसे पता चला कि मारपीट करने वाले आरोपी सिरोल थाना क्षेत्र के है तो पड़ाव थाना टी आई ने सिरोल थाना टी आई को आरोपियों के नाम पते बताकर उन्हें पकड़ने के लिए सहयोग करने के लिए बोला, जिसके बाद सिरोल पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि सिरोल थाना पुलिस जब आरोपी को पकड़कर थाने ला रही थी तभी वहां एक युवक सफ़ेद रंग की बड़ी से गाड़ी से पहुंचा वो बोला मैं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का बेटा रिपुदमन सिंह हूँ, यहाँ हमारी ही चलती है, सस्पेंड करा दूंगा इतना कहकर उसने पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी युवक को छुड़ाया और वहां से कार में बैठकर चला गया।
आरोपी को ऊर्जा मंत्री के बेटे द्वारा छुड़ाए जाने की चर्चा तत्काल वायरल हो गई और मामले ने तूल पकड़ लिया, एक गंभीर मामले में नाम आने के बाद ऊर्जा मंत्री के बेटे रिपुदमन सिंह सामने आये उन्होंने इसे साजिश कहा और कहा कि मैं तो वहां गया ही नहीं हूँ, रिपुदमन सिंह ने एसपी राजेश सिंह चंदेल से मामले की जांच की मांग की है।
उधर पड़ाव थाना पुलिस ने रेस्टोरेंट संचालक की शिकायत पर मारपीट और तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, संचालक का भी कहना है कि आरोपी मारपीट के समय ऊर्जा मंत्री का नाम ले रहे थे, बहरहाल सीएसपी विजय भदौरिया का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है, उन्होंने कहा कि जहाँ तक ऊर्जा मंत्री और उनके बेटे के नाम का सवाल है तो यहाँ इस तरह की परम्परा है कि लोग पोलिटिकल प्रेशर बनाते है, पहले भी ऐसा हुआ है, यदि ऐसा कुछ सामने आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट