ग्वालियर, अतुल सक्सेना। लम्बे समय से पेयजल की समस्या से जूझ रहे ग्वालियर (Gwalior News) शहर के लिए एक दीर्घकालिक योजना पर आज शनिवार को मंथन हुआ। ग्वालियर कलेक्ट्रेट में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (MP Vivek Narayan Shejwalkar) की मौजूदगी में शहर की प्यास बुझाने के लिए 1100 करोड़ की योजना बनाई गई है। जिसपर विचार विमर्श के बाद सिंधिया ने जिले के अधिकारियों से इसके लिए DPR बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि DPR बनाने के बाद हम दोनों अन्य जान प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री के सामने प्रजेंटेशन देंगे और राशि का निवेदन करेंगे जिससे 2050 तक की शहर की पेयजल समस्या दूर हो जाएगी।
आज शनिवार को पूरे ग्वालियर शहर की पेयजल समस्या (Gwalior’s drinking water problem) के स्थायी निदान की दिशा मेंएक महत्वपूर्ण फैसला हुआ है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में शहर की दीर्घकालिक पेयजल आपूर्ति योजना को जनप्रतिनिधियों की सहमति से अंतिम रूप दिया गया। दीर्घकालिक पेयजल योजना में चंबल प्रोजेक्ट, कोतवाल डैम, अपर ककैटो – ककैटो – पहसारी जलाशय और तिघरा से ग्वालियर शहर को अगले 28 वर्षों तक हर साल लगभग 464 एमएलडी पानी की निर्वाध आपूर्ति का प्रावधान किया गया है। लगभग 1100 करोड़ रुपये की लागत से यह पेयजल आपूर्ति योजना मूर्तरूप लेगी। सिंधिया ने कहा कि दीर्घकालिक पेयजल योजना से ग्वालियर शहर के लिए वर्ष 2050 तक पेयजल आपूर्ति हो सकेगी।
सिंधिया ने बताया कि शहर की दीर्घकालिक पेयजल योजना में चंबल प्रोजेक्ट के जरिए 90 एमएलडी, कोतवाल डैम से 60 एमएलडी और अपर ककैटो – ककैटो – पहसारी जलाशयों से पाइप लाइन के जरिए 120 एमएलडी पानी तिघरा जलाशय के माध्यम से शहर को उपलब्ध होगा। वर्तमान में हर साल कम से कम 192 एमएलडी पानी की उपलब्धता रहती है। इसके अलावा रीसाइकिलिंग के जरिए भी 40 एमएलडी पानी शहर को उपलब्ध कराने का प्रावधान दीर्घकालीन पेयजल योजना में किया गया है।
अपर ककैटो – ककैटो – पहसारी से पाइप लाइन के जरिए तिघरा में शहर की पेयजल आपूर्ति के लिये पानी लाने की योजना पर अमल के दौरान मार्ग के गाँवों में रहने वाले किसानों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक में जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि अपर ककैटो – ककैटो – पहसारी से पाइप लाइन के जरिए 120 एमएलडी पानी शहर को उपलब्ध होगा, वहीं 60 एमएलडी पानी नहर के जरिए उस क्षेत्र के गाँवों के किसानों को सिंचाई व निस्तार संबंधी अन्य जरूरतों के लिये उपलब्ध होगा।
भोपाल में मुख्यमंत्री एवं नगरीय विकास मंत्री के साथ होगी बैठक
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शहर की दीर्घकालिक पेयजल योजना और सीवेज इत्यादि के लिए शेष धनराशि प्राप्त करने के लिये विस्तृत कार्ययोजना प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए। उन्होंने कहा कि शेष धनराशि प्राप्त करने के लिये जल्द ही भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ बैठक होगी। इस बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे।
बैठक में जानकारी दी गई कि शहर के वार्ड-1 से वार्ड-60 की जिन बस्तियों में अमृत-1 योजना के तहत पाइप लाइन डालने का काम शेष रह गया है, वह अमृत-2 योजना के तहत पूरा किया जायेगा। साथ ही शहर से जुड़े 6 नए वार्डों (61 से 66) में पेयजल के सम्पूर्ण कार्य कराए जायेंगे। पेयजल आपूर्ति योजना को मूर्तरूप देने के लिये 1100 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। अमृत-2 योजना के तहत ग्वालियर शहर को लगभग 826 करोड़ मिलने है। शेष राशि प्राप्त करने के लिये सिंधिया के नेतृत्व में ग्वालियर के जनप्रतिनिधिगण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह करेंगे। इसके अलावा सीवर संबंधी कार्यों के लिये भी अलग से धनराशि प्राप्त की जायेगी।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....