Gwalior में रविवार को जुड़ेगा एक और स्वर्णिम अध्याय, सिंधिया ने कही बड़ी बात

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) कल रविवार 16 अक्टूबर को ग्वालियर को एक नई सौगात देंगे।वे राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का भमीपूजन करेंगे। तैयारियों की अंतिम रूप देने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कल ग्वालियर के विकास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा।

ग्वालियर व्यापार मेला ग्राउंड में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्री और उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे।

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कार्यक्रम को अंतिम रूप  देने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात की।  उन्होंने कहा कि नागर विमानन की सेवाओं के साथ जुड़ना किसी भी शहर के लिए महत्वपूर्ण होता है।  इससे जुड़कर रोजगार के अवसरों में 6 गुना वृद्धि होती है और आर्थिक विकास में 3 गुना वृद्धि होती है।

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उन्होंने कहा कि कल ग्वालियर में नए विमानतल का भूमिपूजन होगा। प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के आधार पर  हमारे मंत्रालय की कोशिश है कि आधुनिकता और इतिहास के बीच में हमलोग एक संगम बनायें और इसी आधार पर कल ग्वालियर के विकास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा।

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सिंधिया ने एक सवाल के जवाब में कांग्रेस की पिछली सरकारों का नाम लिए बगैर कहा कि आजादी के 67 सैलून में 74 एयरपोर्ट थे , जबकि पिछले 8 वर्षो में ही पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने 67 नए एयरपोर्ट बनाये। उन्होंने कहा कि हम आने वले समय में इस आंकड़े को 210 तक ले जायेंगे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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