ग्वालियर। 26 जनवरी से ठीक पहले सेना ने एक ऐसे युवक को पकड़ा है जो सैन्य इलाके में तार फेंसिंग पार कर घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। दो दिन उससे कड़ी पूछ ताछ करने के बाद सेना ने उसे पुलिस को सौंप दिया। पकड़े गए संदिग्ध का नाम शौकत अली है और वो बिहार का रहने वाला है। उसकी हरकतें देखकर पुलिस ने चेकअप कराया और मनोरोगी मानते हुए कोर्ट में पेश किया जहाँ से कोर्ट ने मानसिक आरोग्यशाला भेज दिया।
मुरार थाना पुलिस के अनुसार सेना ने दो दिन पहले 431 फील्ड एम्बुलेंस इलाके की तार फेंसिंग लांघकर अन्दर घुसने की कोशिश में शौकत अली को पकड़ लिया। जिस समय शौकत को पकड़ा वो लुंगी और कुर्ता पहने था। 26 जनवरी से ठीक पहले संदिग्ध व्यक्ति की इस हरकत से सेना के अफसरों के कान खड़े कर दिए ।उन्होंने शौकत से कड़ी पूछ ताछ की लेकिन वो शौकत से चोरी छिपे सैन्य इलाके में घुसने की वजह पता नहीं लगा सके। सेना ने शौकत को मुरार पुलिस के हवाले कर दिया। उसने बताया कि वो बिहार के बलहा,मधुबनी का रहने वाला है। पुलिस ने जब शौकत से बात की तो वो अजीब हरकत करने लगा । पुलिस ने उसका मेडिकल चेकअप कराया और मनोरोगी मानकर कोर्ट में पेश कर दिया जिसके बाद कोर्ट ने उसे मानसिक आरोग्यशाला के क्लोज सर्किट वार्ड में भेज दिया। पुलिस ने शौकत के परिजनों से बात की है और अब उनके आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
पुलिस की लापरवाही
घुसपैठ की कोशिश में पकड़ा गया शौकत अली मनोरोगी है या पकड़े जाने पर नाटक कर रहा है ये अभी स्पष्ट नहीं हो सका है क्योंकि सेना और मुरार पुलिस पुलिस में से किसी ने भी उसका पैनल से चेकअप नहीं कराया। और केवल हरकतों के आधार पर उस मनोरोगी मान लिया।
पहले भी पकड़ा जा चुका है संदिग्ध
ये पहले बार नहीं है जब प्रतिबंधित सैन्य इलाके में किसी संदिग्ध ने घुसपैठ की कोशिश की हो। पिछले साल 22 अक्टूबर 2018 को 50 लाइट एडी रेजीमेंट ने पूना निवासी सचिन गावड़े को दो ट्रक और ट्रोला के साथ के सैन्य इलाके में घुसपैठ करते पकड़ा था। सचिन ने भी बचने के लिए पहले मनोरोगी होने का नाटक किया था लेकिन जब उससे कड़ी पूछ ताछ की गई तो सामने आया कि वो किसी वारदात के इरादे से ही आया था।